वैज्ञानिक सलाह- अरबी (कोचाई) की फाइटोफ्थोरा ब्लाइट बीमारी के नियंत्रण के उपाय
अरबी की खेती करने वाले किसान इस बीमारी से काफी परेशान रहते है आज की कड़ी में जानते है कि किसान भाई कैसे इस रोग का प्रबंधन करे।
अरबी की फसल में पिछेती झुलसा का प्रकोप मुख्य रूप से आता है। प्रकोप के आरम्भ में पत्तियों में धब्बे दिखते हैं जो बाद में फैल जाते हैं और अन्त में पूरी पत्ती झुलस कर नष्ट हो जाती है। अधिक नमी अवस्था में यह ज्यादा फैलता है।
अपने शुरुआती चरण में, फाइटोफ्थोरा पत्ती का धब्बा छोटे गहरे भूरे या बैंगनी घावों के रूप में होता है, जो केंद्र में एक एम्बर ऊज ( पॉउडर) के साथ होता है
▪️पुराने घाव बाहरी किनारे पर स्पोरैन्जिया के सफेद धुंध के साथ गोल धारियॉं होते हैं ।
फाइटोफ्थोरा ब्लाइट का प्रबंधन
करे सन्तुलित मात्रा में उर्वरक प्रयोग
■ फसल में संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें। इस फसल को पोटाश की भी आवश्यकता होती है। इसलिए प्रति एकड़ 40 किलो पोटाश बुआई के पूर्व भी अवश्य दें। यह पौधों में कीटों तथा रोगों के प्रति प्रतिरोधी क्षमता भी उत्पन्न करता है।
करे प्रतिरोधी किस्म का चयन
भारी प्रतिरोधी मानसून की बारिश से बचने के लिए खेत की प्रतिरोधी किस्मों, मुक्तेकशी और जनखरी का प्रयोग करे।
माइक्रो न्यूट्रेंट का प्रयोग
मिट्टी को अच्छी तरह से तैयार करें और रोपण से पहले यदि कैल्शियम, मैग्नीशियम, या फास्फोरस की आवश्यकता हो तो मिट्टी में मिलाए
चूना का प्रयोग करे।
करे चूना का प्रयोग
मिट्टी पीएच को 6.0-6.8 तक बढ़ाने के लिए बोने से पहले चूना डाले।
फसल चक्र अपनाए
▪️अरबी को दूसरे फसल के साथ अदल बदल कर लगाये
▪️कम्पोस्ट को सम्मिलित करें और सतह के गीलेपन को बनाये रखे
रोग ग्रस्त पौधों को हटाए
▪️रोगग्रस्त पौधों को हटाये या नष्ट कर दे उन्हें रोपण क्षेत्र से दूर ले जाये।
रसायनिक नियंत्रण
मेंकोजेब (0.2%) या रिडोमिल एमजेड 72 @ 2 ग्राम / लीटर पानी में घोल बनाकर बायोकंट्रोल एजेंट्स के साथ बीज कंदों का उपचार करें
👉Azoxystrobin 23% SC 200ml/Acre
15, ml/pump
👉Carbendazim 12% + Mancozeb 63% WP 300-400 gm/acre & 40-50 gm/pump
👉Metalaxyl 8% + Mancozeb 64% WP 300-500 gm/acre & 35-40 gm/pump
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