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रोग नियंत्रण-फसल में उपयोग होने वाले FUNGICIDES / BACTERICIDES के व्यवसायिक नाम व मात्रा

 
रोग नियंत्रण-फसल में उपयोग होने वाले FUNGICIDES / BACTERICIDES के व्यवसायिक नाम व मात्रा।
डॉ. गजेंन्द्र चन्द्राकर (वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक)
इंदिरा गांधी कृषि विश्विद्यालय छत्तीसगढ़

FUNGICIDES / BACTERICIDES



कृषि कार्य मे किसानभाई FUNGICIDES /BACTERICIDES का काफी इस्तेमाल करते है प्रायः देखा गया है कि किसान भाइयों को ज्ञात नही होता कि किस रोग पर किस FUNGICIDES / BACTERICIDES का कितनी मात्रा में छिड़काव करना है कारणवश आवश्यकता से अधिक FUNGICIDES / BACTERICIDES का छिड़काव फसलों पर हो जाता है, फंगीसाइड के अंधाधुंध प्रयोग के कारण मानव शरीर पर काफी दुष्प्रभाव पड़ता है। और कई घातक बीमारियों को हम जाने अनजाने में आमंत्रित करते है। अतः आज की कड़ी में डॉ. गजेंन्द्र चन्द्राकर (वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक) इंदिरा गांधी कृषि विश्विद्यालय छत्तीसगढ़ बताएंगे कि किस कीट पर किस FUNGICIDES / BACTERICIDES का कितनी मात्रा में छिड़काव करें और यह निजी आदान विक्रेताओं में किस नाम से बेचा जाता है। ताकि आप की फसल रोग मुक्त रहे और किसान भाइयों को अच्छा उत्पादन प्राप्त हो।
1. Azoxystrobin 23% SC

Brand Name/ब्रांड का नाम:
Amistar (Syngenta), Meerador (Adama), Azogro (Coromandel),Shool(Crystal),Parizox(Parijat),
Application/उपयोग:

मिर्च, ककड़ी, जीरा, अंगूर, आम, आलू, टमाटर में एन्थ्रेक्नोज, डाउनी मिल्ड्यू, अर्ली एंड लेट ब्लाइट, फ्रूट रोट, पाउडी मिल्ड्यू के साथ लगभग 400 प्रकार के फफूंद से रोकथाम करता है।
Dose /मात्रा:
200ml/Acre
15, ml/pump

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2 . Benomyl 50% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:
Benofit (Coromandel), Kriben (KR), Cure (Tropical), Bentech (Advance)

Application/उपयोग:

मिट्टी जनित फंगस को नियंत्रण करने के लिए उपयोगी।
पाउडर की तरह फफूंदी,फ्रॉग आई,धान का ब्लास्ट,शीथ ब्लाइट,एन्थ्रेक्नोज आदि को नियंत्रण करने के लिए।
Dose /मात्रा:
1g/3लीटर पानी मे। ============***=============

3. Captan 50% WP
Brand Name/ब्रांड का नाम:
Captan (KR),Captan (Devidayal), Captaf (TATA), Captra(Indofil),Kaptan(Tropical),Acmecap(ACM)

Application/उपयोग:

✓ यह स्केब, ब्राउन रोट, डंपिंग ऑफ, डाउनी मिल्ड्यू, फ्रूट रोट, क्लंप रोट, टिक्का रोग, जल्दी और लेट ब्लाइट्स और ड्राई रूट रोट बीमारियों सहित विभिन्न लीफ स्पॉट को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए आदर्श रूप से अनुकूल है।
✓ यह बुवाई की अवस्था से लेकर परिपक्व पौधों दोनों में फंगल संक्रमण की एक विस्तृत विविधता के खिलाफ उत्कृष्ट सुरक्षा प्रदान करता है।

Dose /मात्रा:
3 gm/kg seed for seed treatment
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4. Carbendazim 25% EC

Brand Name/ब्रांड का नाम:
Ultra 25 EC (IIL)

Application/उपयोग:

✓ अंगूर औऱ आम के पाउडरी मिल्ड्यू के रोकथाम।
Dose /मात्रा:

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5. Carbendazim 46.27% SC

Brand Name/ब्रांड का नाम:
Pearl(SulphurMills),Prosper444(Sumil),Nakshata (PCCPL),Halloween(Canary),WilzimSC(Willowo),Deepit (Amber)

Application/उपयोग:

✓ यह फ़सल के समान्यतः लगने वाले फफूंद जैसे पाउडरी मिल्ड्यू के रोकथाम के लिए उपयोग किया जाता है।
Dose /मात्रा:

20-25 ml/pump

& 500 ml for soil drenching

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6. Carbendazim 50% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Bavistin (BASF), Kvistine (KR),Starbenz (Swal), Benguard (Dow), Milstin(MIL), Devistin (Devidayal), Camry 767 (Sumil), Vistine (Vimax), Benfil(Indofil), Dhanustin (Dhanuka), Crop Care (NACL), Sahara (IIL), Micfun (Kilpest), Tagstin (Tropical), Carzim-50 (Cheminova), Superstein (SuperCSL), Sten (Coromandel), Hilzim-50 (HIL), Adzim (Advance), Carben (Sulphur Mills), Tiara (PCCPL), Mintho (Atul), Bavistin 50DF (BioStadt), Wilzim (Willowood), Spider (Amber), Goldstin (CCIL), Falak (AOL), Acmestin (ACME)

Application/उपयोग:

ये फ़सल में शीथ ब्लाइट, लूज स्मट, सेट रोट, लीफ स्पॉट, ब्लास्ट, टिक्का,ख़स्ता फफूंदी, सीडलिंग ब्लाइट, एन्थ्रेक्नोज़, स्कैब की रोकथाम के लिए उपयोगी है।

Dose /मात्रा:

30-35 gm/pump

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7. Chlorothalonil 75% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Kavach (Syngenta), Jatayu (Coromandel), K-Nil (KR),Ishaan 75 WP (TATA), Willonyl (Willowood), Pithoo (Amber), Dolphin (ACME)

Application/उपयोग:

डाउनी फफूंदी, एन्थ्रेक्नोज, अर्ली ब्लाइट, लेट ब्लाइट, लीफ स्पॉट्स, डम्पिंग ऑफ आदि के लिए अनुशंसित है, अंगूर, आलू, मिर्च, केला, टमाटर, आदि में।
Dose /मात्रा:

25-30 gm/pump

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8. Copper Hydroxide 77% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Kocide 101 (DuPont), Hi-Dice 77% WP (Dhanuka)

Application/उपयोग:

✓ मिर्च में एन्थ्रेक्नोज,मूंगफली में टिक्का रोग तथा धान के फाल्स स्मट रोगों के नियंत्रण के लिए उपयोगी है।
Dose /मात्रा:

40g/pump

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9. Copper Oxychloride 50% WDG

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Topgun DF (Sulphur Mills), Blueget 727 (Sumil), Acmecop WDG (ACME)

Application/उपयोग:
यह आलू और टमाटर, फल रोग, तंबाकू के फफूंदी,अंगूर और आम के एन्थ्रेक्नोज के लिए सब्जियां, कॉफी, चाय आदि के रोगों के नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।

Dose /मात्रा:

400 gm/acre

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10. Copper Oxychloride 50% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:

BlueCopper(Syngenta), Blitox (TATA), Trust (KR), Cuprina(PI Ind.), Devicopper (Devidayal), Copper-S (Safex), Trucop (Indofil), Dhanucop(Dhanuka), CropCap(NACL),BlueVit(Kilpest),Tagcop(Tropical),SuCopper(SuperCSL),Blyton(Crystal),Hilcopper (HIL), Beltox 50 WP(Yesell),Copter(Canary), Riva & Gold Copper-50 (CCIL), Acmecop WP (ACME)

Application/उपयोग:

यह आलू और टमाटर, फल रोग, तंबाकू के फफूंदी,अंगूर और आम के एन्थ्रेक्नोज के लिए सब्जियां, कॉफी, चाय आदि के रोगों के नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।

Dose /मात्रा:

500-700 gm/acre

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11. Difenconazole 25% EC

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Score (Syngenta), Karara (KR),Debut (Indofil), Indream (BioStadt)

Application/उपयोग:

✓ इसका उपयोग मिर्च में डाई-बैक,फल सड़न, धान में शीथ ब्लाइट,प्याज के बैगनी धब्बा रोग तथा मूंगफली में पत्ता धब्बा,रस्ट तथा अंगूर के एन्थ्रेक्नोज के रोकथाम के लिए।
Dose /मात्रा:
10 ml/pump

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12. Difenconazole 3% FS

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Dividend (Syngenta)

Application/उपयोग:

✓ बीज उपचार करने के लिए।

Dose /मात्रा:

============***=============
13. Dimethomorph 50% WP

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Acrobat (BASF), Lurit (PI Ind.), Promcel (Excel), Talon(Tropical),Odin(Coromandel),Dimm(Sulphur Mills)

Application/उपयोग:

✓ अंगूर में Downy mildew तथा आलू में पत्ता ब्लाइट के रोकथाम के लिए।
Dose /मात्रा:
1.5g/liter

============***=============

14. Dinocap 48% EC

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Karathane (Dow)

Application/उपयोग:

सेब में स्काब तथा पाउडरी मिड्यू के रोकथाम के लिए।
Dose /मात्रा:
2ml/10liter

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 15. Dodine 6.5% WP   

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Noor (Indofil)

Application/उपयोग:

✓ सेब में स्कैब रोग के लिए।

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 16. Fenazaquin 10% EC    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Magister (DuPont)

Application/उपयोग:

✓  
Dose /मात्रा:

       ============***=============
17. Flusilazole 40% EC     

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Nustar (DuPont), Cursor (Dhanuka)

Application/उपयोग:

✓ पाउडर मिल्ड्यू
Dose /मात्रा:

100-400 ml/acre

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18. Fosefyl AL 80% WP    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Aliette (Bayer)

Application/उपयोग:

 ✓यह Oomycetes कवक के खिलाफ प्रभावी अंगूर की कोमल फफूंदी की तरह और इलायची की Azhkal ,डम्पिंग ऑफ की रोकथाम के लिए।
      Dose /मात्रा:

      2g/liter

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 19. Hexaconazole 2% SC   

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Samarth 2SC (TATA)

Application/उपयोग:

  आलू में अर्ली ब्लाइट और लेट ब्लाइट तथा मिर्च में फफूंदी और फलों के सड़ने के नियंत्रण के लिए उपयोगी।
     Dose /मात्रा:

     5ml/liter

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 20. Hexaconazole 5% EC    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Contaf(TATA),Hexostar(Swal),Hexzol(Excel),Conquer(UPL),Force(Devidayal),Total(Indofil),Ole Ole 601 (Sumil), Sitara (Indofil), Hexadhan(Dhanuka), Avone (IIL), Kiltaf (Kilpest), Hexacon (Tropical), Danzole(Cheminova), Super Hexa (SuperCSL), CorazoleEC (Coromandel),Hilzole (HIL), Hexafine (Advance),Hexamax(SulphurMills),Xantho(Atul),Trigger(BioStadt), Glory EC (Canary), Alert (GSP), Acmezole EC (ACME)

Application/उपयोग:

   पाउडर मिल्ड्यू, स्कैब, रस्ट, ब्लास्ट, शीथ ब्लाइट, मूंगफली का टिक्का लीफ स्पॉट तथा सभी प्रकार की फसलों पर धब्बों और फसलों के हल्के फफूंद जैसे अंगूर, मिर्च आदि की अत्यधिक प्रभावी।

✓      Dose /मात्रा:  
     250-400 ml/acre

 25-40 ml/pump

       ============***=============

21. Hexaconazole 5% SC    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Contaf Plus (TATA), Krizol 5 SC (KR), HexostarPlus (Swal), Force Plus(Devidayal), Vintaf (Vimax), Hexzol Gold (Excel), Premier 999 (Sumil),Sitara Plus (Indofil), Avone Plus (IIL), Hexacon Super (Tropical), Danzole

Plus (Cheminova), Super Hexa Plus (SuperCSL), Cryzol (Crystal), CorazolSC (Coromandel), Flomax (Sulphur Mills), Remo (PCCPL), Mass Pus (Nagarjuna), Xantho Premium (Atul), Trigger Pro (BioStadt), Glory SC (Canary), Harmony (Willowood), Alert Plus (GSP), Perfect (Amber), Hexcon (CCIL), Acmezole SC (ACME)

Application/उपयोग:

    यह एर्गोस्टेरोल बायोसिंथेसिस इनहिबिटर है जिससे पौधे के फफूंद रोगजनकों के विकास और प्रजनन को नियंत्रित किया जाता है। यह अनाज, तेल के बीज, बागवानी और वृक्षारोपण फसलों में और पाउडर राइस ब्लाइट के प्रभावी नियंत्रण के लिए पाउडर माइल्ड्यूज़, जंग और पत्ती के धब्बे को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी है।
      Dose /मात्रा:

250-300 ml/acre
25-30 ml/pump

       ============***=============
 22. Iprobenfos 48% EC   
Brand Name/ब्रांड का नाम:

Tagkit (Tropical)

Application/उपयोग:

✓  
Dose /मात्रा:

       ============***=============

23. Isoprothiolane 40% EC    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Fujione (TATA), Blaster (IIL), Rhizo (Atul), Fezuki (Amber)

Application/उपयोग:

✓  धान में ब्लास्ट रोग के नियंत्रण के लिए अनुसंशित है।
Dose /मात्रा:
1ml/liter

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 24. Kasugamycin 3% SL   

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Kasu-B (Dhanuka), Biomycin/Omycin (BioStadt)

Application/उपयोग:

✓ धान के ब्लास्ट और डाई-बैक के रोकथाम।
Dose /मात्रा:

400-500 ml/acre

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25. Kitazin 48% EC   

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Kitazin (PI Ind.)

Application/उपयोग:

यह फल सड़ांध / डाईबैक, ब्लास्ट औऱ शीथ ब्लाइट के लिए अनुसंशित है।

Dose /मात्रा:
0.20%or 200mlin 200litof water

          ============***=============

26. Kresoxim Methyl 44.3% SC
Brand Name/ब्रांड का नाम:

Ergon (TATA)

Application/उपयोग:

✓  यह धान जैसी फसल में विभिन्न रोगों से सुरक्षा प्रदान करने के अलावा गुणवत्तापूर्ण उपज लाभ प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है,साथ ही यह अंगूर में डाउनी मिल्ड्यू और ख़स्ता फफूंदी रोग की रोकथाम करता है।

Dose /मात्रा:
150 ml/acre
15 ml/pump 

       ============***=============


 27. Mancozeb 35% SC    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Hydroman(SulphurMills),Viva(Sumil),EurofilNT 35 SC (Indofil), Acmezeb 35 (ACME)

Application/उपयोग:

✓ आलू में अर्ली ओर लेट ब्लाइट के नियंत्रण के लिए।
Dose /मात्रा:

75-100 ml/pump 

       ============***=============

28. Mancozeb 75% WP    

Brand Name/ब्रांड का नाम:

Dithane M-45(Dow),Indofil M-45(Indofil)& Manfil 75WG(Indofil),Tata M-45(TATA), Rasayan M-45 (KR), Stargem-45 (Swal), Uthane M-45 (UPL), Devidayal M-45 (Devidayal), Pluto M-45 (Sumil), Marlett (Coromandel), Crythane M-45 (Vimax), M-Guard 45 (Gharda), King Zeb 45 (KCS), Dhanuka M-45 (Dhanuka), Crop Man (NACL), Leo M-45 (IIL), Kilpest M-45 (Kilpest), Zinthane M-45(Tropical),Super M-45 (SuperCSL), Crystal M-45 (Crystal), Hilthane M-45 (HIL), Ad-45 (Advance), Hyzeb M-45(HCL), Veera(PCCPL),Sparsh(BioStadt),Emthane (Sabero),Mover(Canary),Mentor(Amber), Acmezeb (ACME), Dr. M-45 (AOL), Manikya M- 45 (Vizien), Gold M-45 (CCIL)

Application/उपयोग:

    यह भूरा रतुआ और गेहूँ की काली परत, पत्ता ब्लाइट और मक्के का हल्का फफूंदी, धान का ब्लास्ट, ज्वार का पत्ता स्पॉट, आलू का शुरुआती लेट और लेट ब्लाइट, लेट ब्लाइट, और पत्ती का स्पॉट, फल सड़ांध, पका हुआ रोट और मिर्च का पत्ता स्पॉट, प्याज का पत्ता ब्लाइट, टैपिओका का पत्ता स्पॉट, अदरक का पीला रोग, चुकंदर का पत्ता स्पॉट, फूलगोभी का टिक्का रोट, टिक्का, पत्ता स्पॉट और मूंगफली की जंग, सोयाबीन की पत्ती, पत्ती काले चने का स्थान, स्कैब, कालिख का धब्बा, काला सड़न और सेब की मक्खी का छींटा, कोणीय पत्ती का स्थान, नीचे का फफूंदी और अंगूर का एंथ्रेक्नोज, अमरूद का फल सड़ांध, सिगार की रोटी, टिप रोट, केले का सिगाटोका पत्ती का स्थान, तरबूज का एन्थ्रेक्नोज।
   मूंगफली में कॉलर रोट के नियंत्रण के लिए मूंगफली में बीज उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।

Dose /मात्रा:
400-600 gm
40-60 gm/pump

    
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Disclaimer: The document has been compiled on the basis of available information for guidance and not for legal purposes.
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संकलनकर्ता
डॉ गजेंन्द्र चन्द्राकर
(वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक)
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय
रायपुर छत्तीसगढ़
 प्रचारकर्ता
"हम कृषकों तक तकनीक पहुंचाते हैं"



Comments

Krishi Sangi said…
Very nice information thank you sir ji

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सावधान-धान में लगे भूरा माहो तो ये करे उपाय हमारे देश में धान की खेती की जाने वाले लगभग सभी भू-भागों में भूरा माहू (होमोप्टेरा डेल्फासिडै) धान का एक प्रमुख नाशककीट है| हाल में पूरे एशिया में इस कीट का प्रकोप गंभीर रूप से बढ़ा है, जिससे धान की फसल में भारी नुकसान हुआ है| ये कीट तापमान एवं नमी की एक विस्तृत सीमा को सहन कर सकते हैं, प्रतिकूल पर्यावरण में तेजी से बढ़ सकते हैं, ज्यादा आक्रमक कीटों की उत्पती होना कीटनाशक प्रतिरोधी कीटों में वृद्धि होना, बड़े पंखों वाले कीटों का आविर्भाव तथा लंबी दूरी तय कर पाने के कारण इनका प्रकोप बढ़ रहा है। भूरा माहू के कम प्रकोप से 10 प्रतिशत तक अनाज उपज में हानि होती है।जबकि भयंकर प्रकोप के कारण 40 प्रतिशत तक उपज में हानि होती है।खड़ी फसल में कभी-कभी अनाज का 100 प्रतिशत नुकसान हो जाता है। प्रति रोधी किस्मों और इस किट से संबंधित आधुनिक कृषिगत क्रियाओं और कीटनाशकों के प्रयोग से इस कीट पर नियंत्रण पाया जा सकता है । आज की कड़ी में डॉ गजेंन्द्र चन्द्राकर वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक बताएंगे कि भूरा माहू का प्रबंधन किस प्रकार किया जाए। लक्षण एवं पहचान:- ■ यह कीट भूर

समसामयिक सलाह:- भारी बारिश के बाद हुई (बैटीरियल लीफ ब्लाइट ) से धान की पत्तियां पीली हो गई । ऐसे करे उपचार नही तो फसल हो जाएगी चौपट

समसामयिक सलाह:- भारी बारिश के बाद हुई (बैटीरियल लीफ ब्लाइट ) से धान की पत्तियां पीली हो गई । ऐसे करे उपचार नही तो फसल हो जाएगी चौपट छत्त्तीसगढ़ राज्य में विगत दिनों में लगातार तेज हवाओं के साथ काफी वर्षा हुई।जिसके कारण धान के खेतों में धान की पत्तियां फट गई और पत्ती के ऊपरी सिरे पीले हो गए। जो कि बैटीरियल लीफ ब्लाइट नामक रोग के लक्षण है। आज की कड़ी में डॉ गजेंन्द्र चन्द्राकर बताएंगे कि ऐसे लक्षण दिखने पर किस प्रकार इस रोग का प्रबंधन करे। जीवाणु जनित झुलसा रोग (बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट): रोग के लक्षण ■ इस रोग के प्रारम्भिक लक्षण पत्तियों पर रोपाई या बुवाई के 20 से 25 दिन बाद दिखाई देते हैं। सबसे पहले पत्ती का किनारे वाला ऊपरी भाग हल्का पीला सा हो जाता है तथा फिर मटमैला हरापन लिये हुए पीला सा होने लगता है। ■ इसका प्रसार पत्ती की मुख्य नस की ओर तथा निचले हिस्से की ओर तेजी से होने लगता है व पूरी पत्ती मटमैले पीले रंग की होकर पत्रक (शीथ) तक सूख जाती है। ■ रोगग्रसित पौधे कमजोर हो जाते हैं और उनमें कंसे कम निकलते हैं। दाने पूरी तरह नहीं भरते व पैदावार कम हो जाती है। रोग का कारण यह रोग जेन्थोमोनास

वैज्ञानिक सलाह- धान की खेती में खरपतवारों का रसायनिक नियंत्रण

धान की खेती में खरपतवार का रसायनिक नियंत्रण धान की फसल में खरपतवारों की रोकथाम की यांत्रिक विधियां तथा हाथ से निराई-गुड़ाईयद्यपि काफी प्रभावी पाई गई है लेकिन विभिन्न कारणों से इनका व्यापक प्रचलन नहीं हो पाया है। इनमें से मुख्य हैं, धान के पौधों एवं मुख्य खरपतवार जैसे जंगली धान एवं संवा के पौधों में पुष्पावस्था के पहले काफी समानता पाई जाती है, इसलिए साधारण किसान निराई-गुड़ाई के समय आसानी से इनको पहचान नहीं पाता है। बढ़ती हुई मजदूरी के कारण ये विधियां आर्थिक दृष्टि से लाभदायक नहीं है। फसल खरपतवार प्रतिस्पर्धा के क्रांतिक समय में मजदूरों की उपलब्धता में कमी। खरीफ का असामान्य मौसम जिसके कारण कभी-कभी खेत में अधिक नमी के कारण यांत्रिक विधि से निराई-गुड़ाई नहीं हो पाता है। अत: उपरोक्त परिस्थितियों में खरपतवारों का खरपतवार नाशियों द्वारा नियंत्रण करने से प्रति हेक्टेयर लागत कम आती है तथा समय की भारी बचत होती है, लेकिन शाकनाशी रसायनों का प्रयोग करते समय उचित मात्रा, उचित ढंग तथा उपयुक्त समय पर प्रयोग का सदैव ध्यान रखना चाहिए अन्यथा लाभ के बजाय हानि की संभावना भी रहती है। डॉ गजेंद्र चन्

समसामयिक सलाह-" गर्मी व बढ़ती उमस" के साथ बढ़ रहा है धान की फसल में भूरा माहो का प्रकोप,जल्द अपनाए प्रबंधन के ये उपाय

  धान फसल को भूरा माहो से बचाने सलाह सामान्यतः कुछ किसानों के खेतों में भूरा माहों खासकर मध्यम से लम्बी अवधि की धान में दिख रहे है। जो कि वर्तमान समय में वातारण में उमस 75-80 प्रतिशत होने के कारण भूरा माहो कीट के लिए अनुकूल हो सकती है। धान फसल को भूरा माहो से बचाने के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ गजेंद्र चंद्राकर ने किसानों को सलाह दी और अपील की है कि वे सलाह पर अमल करें। भूरा माहो लगने के लक्षण ■ गोल काढ़ी होने पर होता है भूरा माहो का प्रकोप ■ खेत में भूरा माहो कीट प्रारम्भ हो रहा है, इसके प्रारम्भिक लक्षण में जहां की धान घनी है, खाद ज्यादा है वहां अधिकतर दिखना शुरू होता है। ■ अचानक पत्तियां गोल घेरे में पीली भगवा व भूरे रंग की दिखने लगती है व सूख जाती है व पौधा लुड़क जाता है, जिसे होपर बर्न कहते हैं, ■ घेरा बहुत तेजी से बढ़ता है व पूरे खेत को ही भूरा माहो कीट अपनी चपेट में ले लेता है। भूरा माहो कीट का प्रकोप धान के पौधे में मीठापन जिसे जिले में गोल काढ़ी आना कहते हैं । ■तब से लेकर धान कटते तक देखा जाता है। यह कीट पौधे के तने से पानी की सतह के ऊपर तने से चिपककर रस चूसता है। क्या है भू

सावधान -धान में (फूल बालियां) आते समय किसान भाई यह गलतियां ना करें।

  धान में फूल बालियां आते समय किसान भाई यह गलतियां ना करें। प्रायः देखा गया है कि किसान भाई अपनी फसल को स्वस्थ व सुरक्षित रखने के लिए कई प्रकार के कीटनाशक व कई प्रकार के फंगीसाइड का उपयोग करते रहते है। उल्लेखनीय यह है कि हर रसायनिक दवा के छिड़काव का एक निर्धारित समय होता है इसे हमेशा किसान भइयों को ध्यान में रखना चाहिए। आज की कड़ी में डॉ गजेंन्द्र चन्द्राकर वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय बताएंगे कि धान के पुष्पन अवस्था अर्थात फूल और बाली आने के समय किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, ताकि फसल का अच्छा उत्पादन प्राप्त हो। सुबह के समय किसी भी तरह का स्प्रे धान की फसलों पर नहीं करें कारण क्योंकि सुबह धान में फूल बनते हैं (Fertilization Activity) फूल बनाने की प्रक्रिया धान में 5 से 7 दिनों तक चलता है। स्प्रे करने से क्या नुकसान है। ■Fertilization और फूल बनते समय दाना का मुंह खुला रहता है जिससे स्प्रे के वजह से प्रेशर दानों पर पड़ता है वह दाना काला हो सकता है या बीज परिपक्व नहीं हो पाता इसीलिए फूल आने के 1 सप्ताह तक किसी भी तरह का स्प्रे धान की फसल पर ना करें ■ फसल पर अग