टमाटर फल छेदक का प्रबंधन
किसान भाई जो टमाटर की खेती करते है उन्हें सबसे ज्यादा फल छेदक कीट के प्रकोप से नुकसान पहुंचता है जिससे कारण बाजार भाव किसान भाइयों को नही मिल पाता। आज की कड़ी में डॉ. गजेंन्द्र चन्द्राकर वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर बताएंगे कि टमाटर में फल छेदक कीट का प्रबंधन कैसे करे।
फल छेदक :
इस कीट का वयस्क भूरे रंग का तथा लट हरे रंग की होती हैं. इस कीट की सबसे हानिकारक अवस्था ही लट होती हैं. लट शुरू में मुलायम पत्तों पर हमला करती हैं तथा बाद में फलों पर आक्रमण करती हैं.
एक लट 2-8 फल नष्ट करने में सक्षम होती हैं. ऐसे फल, उपभोक्ताओं द्वारा पसंद नहीं किये जाते हैं तथा बाजार में अच्छे भाव भी नहीं मिलते हैं. फल पर किए गए छेद गोल होते हैं. आक्रमण हरे फलों पर अधिक होता हैं जिससे अम्लता बढ़ जाती है।
जैविक नियंत्रण
■ कीट प्रतिरोधी किस्मो का ही चयन करें।
40 दिन पुराने अमेरिकी लंबा गेंदा और 25 दिन पुरानी टमाटर की पौध को 1:16 के अनुपात में पंक्तियों में एक साथ बोयें। मादा पतंगे अण्डे देने के लिए गेंदे की ओर आकर्षित होती हैं।
प्रकाश प्रपंच की स्थापना से वयस्क पतंगों को मारने के लिए आकर्षित किया जा सकता हैं।
इस कीट से सम्बन्धित फेरोमोन ट्रेप एक हेक्टेयर में 12 लगाने चाहिए ।
क्षतिग्रस्त फलों को इकट्ठा करके नष्ट कर देना चाहिए ।
प्रारंभिक दौर लार्वा को मारने के लिए 5% नीम के बीज गिरी के तेल का छिड़्काव करें। प्रति हेक्टेयर (‘टी’ आकार के) 15-20 पक्षियों के बैठने के लिए रखना चाहिए जो कीटभक्षी पक्षियों को आमंत्रित करने में मदद करता हैं।
फल छेदक से संरक्षण के लिए एन.पी.वी. 250 एल.ई./ हेक्टेयर के साथ साथ 20 ग्राम / लीटर गुड़ का 10 दिनों के अंतराल पर छिड़काव भी लाभदायक होता हैं।
रासायनिक नियंत्रण
▪ साइपरमेथ्रिन 10EC @200 मिली को 250लीटर पानी में प्रति एकड़की दर से फूल अवस्था में पहला स्प्रे करे व 10-15 दिनों के अंतराल पर स्प्रे करने से फल छेदक का प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है।
▪ क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 18.5% एस सी @ 65-70 ml/एकड़ की दर से छिड़काव करे|
▪ फ्लूबेंडा माइड 20 इ सी @ 100 ml/एकड़ की दर से छिड़काव करे
▪ इंडोक्साकार्ब 14.5 % एस सी@ 160 ml/एकड़ की दर से छिड़काव करे |
▪ लैमडा सायहॅलोथ्रीन 5% ईसी @ 120 ml/एकड़ की दर से छिड़काव करे।
▪ फोसालोन 35% ई सी@ 500ml/एकड़* की दर से छिड़काव करे।
▪ क्विनोल्फास 20%@ 600-650 ml/एकड़* की दर से छिड़काव करे।
👉 Emamectin Benzoate 1.5% + fipronil 3.5%SC 20 ml प्रति पंप या 500 ml प्रति हेक्टेयर
👉 Thiamethoxam12.6%SC + Lamdacyhalothrin 9.5% SC
6-8 ml प्रति पंप या 150 से 200 ml प्रति हेक्टेयर
साभार
डॉ. गजेंद्र चन्द्राकर
(वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक)इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय
रायपुर छत्तीसगढ़
तकनीक प्रचारकर्ता
"हम कृषकों तक तकनीक पहुंचाते हैं
@किसान समाधान
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