पादप आधारित एवं सूक्ष्मजीव आधारित कीटनियंत्रक
Botanicals and Microbial insecticide
किसान भाइयों के लिए आज की कड़ी में जैविक एवं पादप आधारित कीट एवं रोग नियंत्रक के बारे बताएंगे जी कि CIBRC (CENTRAL INSECTICIDES BORD & REGISTRATION COMMITTEE) भारत सरकार की अनुसंशा अनुसार तैयार होते है। जिनका उपयोग किसान भाई अपने फसलों पर दिए गए निर्देशानुसार अनुसार कर अधिक उपज की प्राप्ति कर सकते है।
Azadirachtin 0.15% W/W Min. Neem Seed Kernel Based E.C .
Application/उपयोग:
कपास में सफेद मखी, बालवर्म तथा धान में तनाछेदक, भूरा माहू, पता लपेटक किट के रोकथाम।
Dose /मात्रा:
5ml/liter ,1500 से 2500 ml को 500 लीटर पानी मे मिला कर।स्प्रे करें।
Azadirachtin 0.03% Min. Neem Oil Based E.C. Containing
Application/उपयोग:
कपास में बालवर्म
(HelicoverpaArmigera),एफिड तथा धान के तनाछेदक,पत्ता लपेटक औऱ BPH के नियंत्रण में उपयुक्त।
बैगल का फल व तना भेदक किट की रोकथाम के लिए।
Dose /मात्रा:
1000-1500ml 500 पानी मे।
Azadirachtin 0.03% (300 ppm) Neem Oil Based WSP Containing Bengal
Application/उपयोग/Dose /मात्रा:
चना में फल भेदक किट(Heliothis)
2500-5000 in 500-1000 litter water
लाल चना पोड बोरर(Melangromyze)
22500-5000 in 500-1000 litter water
कपास में एफिड,सफेद मक्खी,बालवर्म
2500-5000 in 500-1000 litter water
भिंडी में फल छेदक,सफेद मक्खी,पत्ता माहू
2500-5000 in 500-1000 litter water
बैगन का तना ओर फल भेदक तथा बीटल
2500-5000 in 500-1000 litter water
Bacillus thuriengiensis var Kurstaki 0.5%
Application/उपयोग:
बैसिलस थूरिनजियेन्सिस विभिन्न प्रकार की फसलों , सब्जियों एवं फलों में लगने वाले लेपिडोप्टेरा कुल के फली बेधक , पत्ती खाने वाले कीटों की रोकथाम के लिए लाभकारी है ।बैसिलस थूरिनजियेन्सिस के प्रयोग के 15 दिन पूर्व या बाद में रासायनिक जीवाणुनाशी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
Dose /मात्रा:
2ml/लीटर पानी मे।
Bacillus thuriengiensis var Kurstaki 2.5% AS.
Application/उपयोग:
चने का फल छेदक (Helicoverpa armigera)
बैसिलस थूरिनजियेन्सिस विभिन्न प्रकार की फसलों , सब्जियों एवं फलों में लगने वाले लेपिडोप्टेरा कुल के फली बेधक , पत्ती खाने वाले कीटों की रोकथाम के लिए लाभकारी है ।बैसिलस थूरिनजियेन्सिस के प्रयोग के 15 दिन पूर्व या बाद में रासायनिक जीवाणुनाशी का प्रयोग नहीं करना चाहिए
Dose /मात्रा:
2 किग्रा0 प्रति हेक्टेयर की दर से लगभग 500 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें ।
Beauveria bassiana 1.15% W.P.
Application/उपयोग:
बुवेरिया बेसियाना एक कवकनाशी जैविक कीटनाशक है। जो विभिन्न प्रकार की फसलों, फलों और सब्जियों, गूदे, पत्ती के आवरण, पत्ती खाने वाले कीड़े, चूसने वाले कीटों, दीमक और सफेद गीडार आदि की रोकथाम के लिए फायदेमंद है। । उच्च नमी और कम तापमान पर बेवरिया बेसियाना अधिक प्रभावी है। Bueveria बेसियाना के उपयोग से पहले और बाद में रासायनिक कवकनाशी का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
कपास के बालवर्म,धान में।पत्ता लपेटक किट,टमाटर का फ्रूट बोरर,गोभी का डीमांड बैक मोथ ।
Dose /मात्रा:
2.5 kg/ha in 750-850 L/Ha
Beauveria bassiana 5% SC Strain
Application/उपयोग:
बुवेरिया बेसियाना एक कवकनाशी जैविक कीटनाशक है। जो विभिन्न प्रकार की फसलों, फलों और सब्जियों, गूदे, पत्ती के आवरण, पत्ती खाने वाले कीड़े, चूसने वाले कीटों, दीमक और सफेद गीडार आदि की रोकथाम के लिए फायदेमंद है। । उच्च नमी और कम तापमान पर बेवरिया बेसियाना अधिक प्रभावी है। Bueveria बेसियाना के उपयोग से पहले और बाद में रासायनिक कवकनाशी का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
टमाटर फल छेदक किट (Helicoverpa armigera) की रोकथाम के लिए।
Dose /मात्रा:
500 in 500 litter water
Metarhizium Anisopliae 1.15% WP (1x108 CFU/gm min) Accession No. MTCC – 5173
Application/उपयोग:
धान के माहू (BPH) (Nilapavata lungens) के नियंत्रण के लिए।
मेटाराइजियम एनिसोप्ली :
मेटाराइजियम एनिसोप्ली फफूंद पर
आधारित जैविक कीटनाशक है । जो विभिन्न प्रकार के फसलों ,
फलों एवं सब्जियों में लगने वाले फलीबेधक , पत्ती लपेटक ,
पत्ती खाने वाले कीट , चूसने वाले कीटों , भूमि में दीमक
एवं सफेद गिडार आदि के रोकथाम के लिए लाभकारी है ।
मेटाराइजियम एनिसोप्ली कम आर्द्रता एवं अधिक
तापक्रम पर अधिक प्रभावी होता है । मेटाराइजियम
एनिसोप्ली के प्रयोग से 15 दिन पहले एवं बाद में
रासायनिक फफूंदनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
Dose /मात्रा:
2.5 kgs
(Formulated) 500 Liters of water
Metarhizium Anisopliae 1.0% WP (1x108 CFU/gm min)
Application/उपयोग:
बैगन के तना और फल छेदक किट के नियंत्रण के लिए।
मेटाराइजियम एनिसोप्ली : मेटाराइजियम एनिसोप्ली फफूंद पर आधारित जैविक कीटनाशक है । जो विभिन्न प्रकार के फसलों , फलों एवं सब्जियों में लगने वाले फलीबेधक , पत्ती लपेटक , पत्ती खाने वाले कीट , चूसने वाले कीटों , भूमि में दीमक एवं सफेद गिडार आदि के रोकथाम के लिए लाभकारी है । मेटाराइजियम एनिसोप्ली कम आर्द्रता एवं अधिक तापक्रम पर अधिक प्रभावी होता है । मेटाराइजियम एनिसोप्ली के प्रयोग से 15 दिन पहले एवं बाद में रासायनिक फफूंदनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
Dose /मात्रा:
2.5-5.0kg 500-750 लीटर पानी मे
Pseudomonas fluorescens 1.0% WP
Application/उपयोग/Dose /मात्रा:
जो विभिन्न प्रकार की फसलों , फलों , सब्जियों एवं गन्ना में जड़ सड़न , तना सड़न , डैम्पिंग आफ , उकठा , लाल सड़न , जीवाणु झुलसा , जीवाणु धारी आदि फफूंदीनाशक / जीवाणुनाशक रोगों के नियंत्रण के लिए प्रभावी पाया गया है । स्यूडोमोनास के प्रयोग के 15 दिन पहले एवं बाद में रासायनिक फफूंदनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
सभी फ़सल में रूट-नॉट नेमाटोड्स के नियंत्रण के लिए स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस वाले बीज का उपचार 1% WP @ 20 ग्राम / किलोग्राम बीज के साथ करें और नर्सरी बेडों का उपचार स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस 1% WP @ 50gm / sq.m के साथ करें और स्यूडोमोनास फ्लोरेसेंस 1% WP @ 5kg / हेक्टेयर गोबर खाद में मिला कर रोपाई से पहले मिट्टी में मिलाएं।
Trichoderma harzianum 1.0% WP
Application/उपयोग/Dose /मात्रा:
ट्राइकोडर्मा विभिन्न प्रकार की फसलों फलों एवं सब्जियों में जड़ सड़न , तना सड़न , डैम्पिंग आफ , उकठा , झुलसा आदि फफूंदजनित रोगों में लाभप्रद पाया गया है । धान , गेहूँ , दलहनी फसलों , गन्ना , कपास , सब्जियों , फलों आदि के फफूंद जनित रोगों में यह प्रभावी रोकथाम करता है । ट्राइकोडर्मा के कवक तंतु हानिकारक फफूंदी के कवक तंतुओं को लपेट कर या सीधे अन्दर घुसकर उसका रस चूस लेते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन स्पर्धा के द्वारा कुछ ऐसे विषाक्त पदार्थ का स्राव करते है , जो सुरक्षा दीवार बनाकर हानिकारक फफूंदी से सुरक्षा देते है । ट्राइकोडर्मा के प्रयोग से बीजों का अंकुरण अच्छा होता है तथा फसलें फफूंदजनित रोगों से मुक्त रहती है । नर्सरी में ट्राइकोडर्मा के प्रयोग करने पर जमाव एवं वृद्धि अच्छी होती है । ट्राइकोडर्मा की सेल्फ लाइफ एक वर्ष होती है ।
रूट-नॉट नेमाटोड्स के नियंत्रण के लिए ट्राइकोडर्मा हर्जियानम 1% WP @ 20 ग्राम / किग्रा बीज और नर्सरी बेड ट्राइकोडर्मा हर्ज़ियानम 1 डब्लूपी WP @ 50gm / sq.m के साथ बीजों का उपचार करें और ट्राइकोडर्मा हर्ज़ियानम 1% WP (@) भी लगाएं। 5kg / हेक्टेयर) रोपाई से पहले मिट्टी में मिलाएं।.
Trichoderma viride 1.5% WP
ट्राइकोडर्मा विभिन्न प्रकार की फसलों फलों एवं सब्जियों में जड़ सड़न , तना सड़न , डैम्पिंग आफ , उकठा , झुलसा आदि फफूंदजनित रोगों में लाभप्रद पाया गया है । धान , गेहूँ , दलहनी फसलों , गन्ना , कपास , सब्जियों , फलों आदि के फफूंद जनित रोगों में यह प्रभावी रोकथाम करता है । ट्राइकोडर्मा के कवक तंतु हानिकारक फफूंदी के कवक तंतुओं को लपेट कर या सीधे अन्दर घुसकर उसका रस चूस लेते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन स्पर्धा के द्वारा कुछ ऐसे विषाक्त पदार्थ का स्राव करते है , जो सुरक्षा दीवार बनाकर हानिकारक फफूंदी से सुरक्षा देते है । ट्राइकोडर्मा के प्रयोग से बीजों का अंकुरण अच्छा होता है तथा फसलें फफूंदजनित रोगों से मुक्त रहती है । नर्सरी में ट्राइकोडर्मा के प्रयोग करने पर जमाव एवं वृद्धि अच्छी होती है । ट्राइकोडर्मा की सेल्फ लाइफ एक वर्ष होती है ।
रूट-नॉट नेमाटोड्स के नियंत्रण के लिए ट्राइकोडर्मा विरडी 1% WP @ 20 ग्राम / किग्रा बीज और नर्सरी बेड ट्राइकोडर्मा विरडी 1 डब्लूपी WP @ 50gm / sq.m के साथ बीजों का उपचार करें और ट्राइकोडर्मा विरडी 1% WP (@) भी लगाएं। 5kg / हेक्टेयर) रोपाई से पहले मिट्टी में मिलाएं।.
Verticillium Chlamydosporium 1% WP
Application/उपयोग/Dose /मात्रा:
सभी फ़सल में रूट-नॉट नेमाटोड्स के नियंत्रण के लिए वर्टीसीलियम 1% WP @ 20 ग्राम / किग्रा बीज और नर्सरी बेड वर्टीसीलियम 1 डब्लूपी WP @ 50gm / sq.m के साथ बीजों का उपचार करें और वर्टीसीलियम 1% WP (@) भी लगाएं। 5kg / हेक्टेयर) रोपाई से पहले मिट्टी में मिलाएं।
Verticillium Lecanii 1.15%WP
Application/उपयोग:
विभिन्न प्रकार के फसलों में चूसने वाले कीटों , यथा सल्क कीट , माहू , थ्रिप्स , जैसिड , मीलीबग आदि के रोकथाम के लिए लाभकारी है । वर्टीसीलियम लैकानी के प्रयोग से 15 दिन पहले एवं बाद में रासायनिक फफंदनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
कपास में सफेद मक्खी ने नियंत्रण के लिए।
Dose /मात्रा:
2500 (formulated 500 लीटर पानी में।
Verticillium lecanii 3.0 % AS
Application/उपयोग:
विभिन्न प्रकार के फसलों में चूसने वाले कीटों , यथा सल्क कीट , माहू , थ्रिप्स , जैसिड , मीलीबग आदि के रोकथाम के लिए लाभकारी है । वर्टीसीलियम लैकानी के प्रयोग से 15 दिन पहले एवं बाद में रासायनिक फफंदनाशक का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
Dose /मात्रा:
2 – 2.5 kg 500 लीटर पानी मे।
Verticillium lecanii 5% SC
Application/उपयोग:
गोभी के डीमांड बैक मोथ के रोकथाम के लिए तथा धान में भूरा माह के लिए।
Dose /मात्रा:
500 in 500 litter water
NPV of Helicoverpa armigera 2.0% AS
Application/उपयोग:
कीट की सूंडी के द्वारा वाइरस युक्त पत्ती या फली खाने के 3 दिन बाद सूड़ियों का शरीर पीला पड़ने लगता है तथा एक सप्ताह बाद सूंडियाँ काले रंग की हो जाती है व शरीर के अन्दर द्रव भर जाता है । रोगग्रस्त सूड़ियाँ पौधे की ऊपरी पत्तियों अथवा टहनियों पर उल्टी लटकी हुई पायी जाती है ।
चना सोयाबीन, मिर्च,कपास के फल छेदक किट (Helicoverpa armigera) के नियंत्रण के लिए।
Dose /मात्रा:
1लीटर को 500 लीटर पानी में।
NPV of Spodoptera litura 0.5%
Application/उपयोग:
कीट की सूंडी के द्वारा वाइरस युक्त पत्ती या फली खाने के 3 दिन बाद सूड़ियों का शरीर पीला पड़ने लगता है तथा एक सप्ताह बाद सूंडियाँ काले रंग की हो जाती है व शरीर के अन्दर द्रव भर जाता है । रोगग्रस्त सूड़ियाँ पौधे की ऊपरी पत्तियों अथवा टहनियों पर उल्टी लटकी हुई पायी जाती है ।
तम्बाकू,सोयाबीन में स्टॉपटेरा लुटेरा किट नियंत्रण के लिए।
Dose /मात्रा:
1500 400-600 -litter water
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