उद्यानिकी ज्ञान- जानिए "पैशन फ्रूट" की खेती और फायदे!
अद्भुत सुगंध के कारण पूरे विश्व में विख्यात पैशन फ्रूट भारत के लिए नया हैं। मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगो ने तो शायद इसे देखा भी नहीं होगा।
ब्राजील के रास्ते भारत आते इस फल की खेती विशेषकर उत्तराखंड समेत नॉर्थ ईस्ट के विभिन्न राज्यों में सफलतापूर्वक की जा रही है। केरल में भी इसकी खेती में किसानों को सफलता प्राप्त की है। वहीं मैदानी इलाकों में कुछ किसान मिल जाते हैं जिन्होंने पैशन फ्रूट को अपने बगीचों में जगह दिया है। भारत में पैशन फ्रूट को कृष्णा फल के नाम से भी जाना जाता है।
पॉलीहाउस में तैयार होती है नर्सरी :
उत्तराखण्ड में स्वयंसेवी संगठन 'भूमि' ने बनाना पैशन फ्रूट समेत कई अन्य प्रजातियों की हल्द्वानी में नर्सरी तैयार की है। पॉलीहाउस में तैयार पौधे जरूरतमंद काश्तकारों को मुफ्त दिए जाते हैं। भूमि के कोषाध्यक्ष नकुल पांडे कहते हैं कि पैशन फ्रूट की खेती के लिए लोगों की रुचि बढ़ रही है। पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा जिले के कुछ गांवों में भी पौधे दिए गए हैं।
दस रुपये प्रति पीस में बिका
पिछले साल हल्द्वानी बाजार में बनाना पैशन फ्रूट की 10 रुपये प्रति पीस की दर से बिक्री हुई। काश्तकार को चार रुपये प्रति पीस मिला। सोशल मीडिया व इंटरनेट में सक्रिय हो रहे युवा पैशन फ्रूट की अहमियत जानने लगे हैं।
रिवर्स माइग्रेशन के द्वार खुलेंगे :
कुमाऊं के तराई-भाबर को छोड़ दें तो अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों की आबोहवा ठंडी है। ऐसे में पैशन फ्रूट की खेती रोजगार की तलाश में गांव छोड़ चुके युवाओं के लिए रिवर्स माइग्रेशन की राह खोल सकती है।
कृष्णा फल का रंग बैंगनी या पीला होता है। इस फल का पौधा बेल की प्रजाति का है। पौधें के फूलों के बीच से फल पैदा होता है। इस फल के अंदर रस होता है जिसका स्वाद मीठा है। इसके बीज और गूदा को खाया जाता है। बीज काले रंग के होते है। रस बीज और गुदा से निकलता है। पका हुआ कृष्णा फल का छिलका झुर्रीदार होता है। फल का आकार गोलाकार या अंडाकार होता है।
पके हुए फलों का ही सेवन करना चाहिए। कृष्णा फल का रस निकालकर पीया जाता है। इसे सलाद के रूप में भी खा सकते है। मिठाइयों पर डेकोरेशन के लिए भी इसका उपयोग करते है जैसे की केक पर पैशन फ्रूट को लगाते है।
पैशन फ्रूट में कई प्रकार के पोषक तत्व होते है। इस फल में आयरन भरपूर होता है। मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, कॉपर जैसे कई खनिज प्रदार्थ कृष्णा फल में पाये जाते है। कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भी अच्छी खासी मात्रा में पैशन फ्रूट में होते है। इस फल में विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B कॉम्प्लेक्स और विटामिन E भी मौजूद होते है। पैशन फ्रूट में एंटीऑक्सीडेंट प्रदार्थ होते है जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
पैशन फ्रूट के फायदे:
1. कृष्णा फल या पैशन फ़्रूट (Passion Fruit) ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित मरीजों के लिए यह फल लाभकारी है। दिल के स्वास्थ्य के लिए कृष्णा फल का सेवन फायदेमंद है।
2. यह फल आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है। इस फल में मौजूद विटामिन A रतौन्धी नामक रोग में लाभकारी है। इस फल के सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
3. पैशन फ्रूट में फाइबर अत्यधिक मात्रा में होता है। इसके कारण शरीर का पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। कब्ज जैसी बीमारी में पैशन फल का सेवन करना फायदेमंद होता है।
4. कृष्णा फल में आयरन मौजूद होता है जो शरीर में खून की कमी दूर करता है। एनीमिया नामक बीमारी में कृष्णा फल लाभदायक है।
5. हड्डियों को मजबूत करने में भी कृष्णा फल लाभकारी है। इस फल के सेवन से कैल्शियम की कमी दूर होती है। इस कारण हड्डियों की कमजोरी दूर होती है। ओस्टियोपोरोसिस नामक हड्डी रोग में पैशन फ्रूट अधिक लाभकारी है।
6. मधुमेह जैसी बीमारी में कृष्णा फल का सेवन लाभदायक हो सकता है। पैशन फ्रूट से इन्सुलिन की मात्रा नियंत्रित रहती है। फिर भी पैशन फ्रूट का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेवे।
7. पैशन फ्रूट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके सेवन करने से शरीर में विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित होती है। कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से यह फल बचाता है।
8. अगर आपको नींद न आने की समस्या है तो कृष्णा फल का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इस फल के सेवन से तनाव दूर होता है और आपको अच्छी नींद आती है।
कृष्णा फल की जानकारी
वैसे तो पैशन फ्रूट (Passion Fruit) खाने के नुकसान बहुत कम है लेकिन फिर भी इसका संतुलित सेवन ही करना बेहतर है। पैशन फ्रूट के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी है।
इस फल का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी की समस्या हो सकती है। गर्भवती महिलाओं को पैशन फ्रूट का सेवन करने से बचना चाहिए और डॉक्टर की सलाह ले।
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