जैविक खेती:- प्लाश के फूलों से पोटाश का निर्माण।
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छत्तीसगढ़ में प्लाश आसानी से देखने को मिल जाता है। अभी प्लाश के फूलने का समय है। प्लाश के फूलों में प्रचुर मात्रा में पोटाश होता है। हां वही पोटाश जो किसान भाई पैसे देकर बाजार से खरीदते है। बस इन प्लाश के फूलों को जरूरत है अच्छी तरह डी कम्पोज करने की।पोटाश कितना महत्त्वपूर्ण उर्वरक है किसान भाई इसे अच्छी तरह समझते है।
आज की कड़ी में हम जानेंगे कि किस तरह पोटाश का निर्माण कर सकते है हम प्लाश के फूलों से।
🔵आवश्यक सामग्री🔵
■प्लाश के फूल 2 किलो ग्राम
■दीमक की बाम्बी की मिट्टी या बरगद के पेड़ के नीचे की मिट्टी 1 किलोग्राम
■वेस्ट डी कम्पोजर/गौ कृपा अमृतम 50 लीटर
🔵निर्माण विधि🔵
वेस्ट डी कम्पोजर या गौ कृपा अमृतम में 20-30 दिनों तक प्लाश के फूलों को डी कम्पोज करे।
🔷प्रयोग विधि🔷
घोल को छानकर 500 मि.ली./1 लीटर प्रति पम्प डालकर पौधों पर उपयोग करे।
🔷उपयोग का समय🔷
जब आपकी फसल में 10% बालियां/फल लग चुके हो तब इसका उपयोग करे।
प्लाश के अलावा और किन किन चीजों में पाया जाता है पोटाश
■कनेर के फूल
■बेल के गुदे
■केले के गुदे
इनका उपयोग भी इसी प्रकार किया जा सकता है।
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