उद्यानिकी:-भिंडी की फसल में अधिक फल फूल के लिए क्या करे?
भिंडी की फसल की अगेती किस्मों की बुवाई फरवरी मार्च में की जा सकती है, और भिंडी मैलवैसीआई प्रजाति से संबंधित है। इसका मूल स्थान इथीओपिया है। यह विशेष तौर पर उष्ण और उपउष्ण क्षेत्रों में उगाई जाती है। भारत में भिंडी उगाने वाले मुख्य प्रांत उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल और उड़ीसा हैं। भिंडी की खेती विशेष तौर पर इसे लगने वाले हरे फल के कारण की जाती है। इसके सूखे फल और छिल्के को कागज़ उदयोग में और रेशा (फाइबर) निकालने के लिए प्रयोग किया जाता है। भिंडी विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य खनिजों का मुख्य स्त्रोत है।
पुष्पन अवस्था भिन्डी की बहुत ही महत्वपूर्ण अवस्था
बुवाई के 36 -45 दिनों बाद भिन्डी की फसल में फूल वाली अवस्था प्रारम्भ होती हैं|
भिन्डी की फसल में फूलों की संख्या को बढ़ाने के लिए :-
■ 5-10 % फूल दिखाए देने पर होमोब्रासिनोलॉइड 0.04% डब्लू/डब्लू 100-120 मिली प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिला करे स्प्रे करें|
■ समुद्री शैवाल का सत् 200 मिली प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिला करे स्प्रे करें|
■ सूक्ष्म पोषक तत्व 200 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी में मिला करे स्प्रे करें|
■ जिब्रेलिक एसिड 2 ग्राम /एकड़ 200 लीटर पानी में मिला करे स्प्रे करें|
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