*🔰 मूंग की फसल ले रहे हैं❓*
👉 शुरुआती अवस्था में इल्ली पत्तियाँ खाती हैं जब इल्लिया बड़ी हो जाती है तब वह फल्लियों के अंदर दानो को खाकर अधिक नुकसान पहुंचाती हैं। इल्ली के द्वारा संक्रमण के कारण फल्ली समय के पहले सूख कर पौधे से गिर जाती हैं |
👉 बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई कर मिट्टी में उपस्थित कीट के अंडो एवं कोकून को नष्ट कर दे |
👉 बुवाई के लिए मूंग की कम अवधि वाली किस्मों का चयन करें।
👉 मूंग के पौधों के बीच निश्चित दूरी रखे |
🚨 आने से पूर्व बचाव हेतु :- नीम का तेल 1000 पीपीएम @ 600 मिली प्रति 200 लीटर पानी प्रति एकड़ का छिड़काव दो बार फूल आने पर करें ।
🌱 जैविक नियंत्रण :- बेवेरिया बासियाना @ 1 किलो प्रति 200 लीटर पानी प्रति एकड़ में मिलाकर छिड़काव करें।
🛡️ रासायनिक नियंत्रण :-इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एस.जी. @ 100 ग्राम/एकड़ 200 लीटर पानी प्रति एकड़ में मिलाकर छिड़काव करें।
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