फसलों को कीटों से बचाने के लिए अक्सर काफी खर्च करना पड़ता है। लेकिन फेरोमोन ट्रैप के द्वारा आसानी से कम लागत में कीटों पर काबू पाया जा सकता है। फेरोमोन ट्रेप फसलों को नुकसान करने वाली सूंडियों के नर पतंगों के फंसाने के लिए चमकीले प्लास्टिक का बना होता है। इसमें कीप के आकार के मुख्य भाग पर लगे ढक्कन के मध्य में मादा कीट की गंध (ल्योर) लगाया जाता है, जो नर पतंगों को आकर्षित करता है। कीप के निचले भाग पर पालीथीन की थैली लगायी जाती है, जिसमें पतंगे जाते है। थैली के निचले मुख पर से रबर बैंड हटाकर फंसे पतंगे निकाल कर मार दिये जाते है।
फेरोमोन ट्रेप को खेत में पतंगों की उपस्थिति पता करने के लिए 5-6 ट्रैप प्रति हेक्टेयर की दर से तथा अधिक संख्या में पकड़ने के लिए 15 से 20 ट्रैप प्रति हेक्टेयर की दर से लगाया जाता है। इसे खेत में कीप पर लगे हत्थे द्वारा डंडे पर फसल की ऊंचाई से 1-2 फुट ऊपर लगाया जाता है।
ल्यूर (गंध रबर) में गंधक रहित रबर पर मादा पतंगों की विशेष गंध (फेरोमोन) भरी होती है। विभिन्न प्रकार के पतंगों के लिए अलग-अलग ल्यूर उपयोग किये जाते है। ल्यूर थैली में बंद मिलता है। जिसे खोल कर ट्रैप के ढक्कन में बने स्थान पर लगाया जाता है। कपास, चना, अरहर, टमाटर, गोभी, बन्दगोभी, मूंग, उर्द, भिण्डी तथा धान के लिए विभिन्न प्रकार के ल्यूर का प्रयोग करते हुए फेरोमोन ट्रैप लगाये जाते है। ल्यूर 3-4 सप्ताह तक कार्य करता है।
फेरोमन ट्रैप के लाभ
इससे रसायनों के छिड़काव और उसमें होने वाले खर्चे से किसान को छुटकारा मिलेगा।
फेरोमोन एवं ल्योर विषैले नहीं हैं इसलिए फसल और वातावरण को कोई खतरा नहीं।
इसके प्रयोग से कीड़ों का आकलन करके उपचार में असानी रहती है।
इस तरीके से कीड़े अपनी संख्या नहीं बढ़ा पाते हैं और उत्पादन को नुकसान नहीं होता।
उपकरण केवल एक ही बार खरीदना होता है इसमें लगने वाला फेरोमोन गंध वाला ल्योर ही केवल बार-बार बदलना पड़ता है।
किसान बरतें ये सावधानियां
1.फेरोमोन ल्योर को एक माह में एक बार अवश्य बदल देना चाहिए।
2. ठंड़े एवं सूखे स्थान पर भंडारित करें।
3.एक बार प्रयोग किये गए ल्योर को नष्ट कर दें।
4.बात को सुनिश्चित करते रहें कि कीट एकत्र करने की थैली का मुंह बराबर
5. यंत्र को ऐसी जगह लगाएं जिससे अधिकाधिक कीड़े एकत्र कर नष्ट किए जा सकें।
6.ट्रैप लगाने से पहले हाथों को साबुन से धुलें, तंबाकू या दूसरे रसायनों की गंध इसे प्रभावित कर सकती है।
7.ट्रैप को फसल के 25-30 दिन की होने के बाद ही लगाने चाहिए। इसे फसल से करीब एक फीट ऊपर लगाना चाहिए।
Comments