कृषि सलाह- आम में गमोसिस एवम् अचानक पेड़ के सूखने वाले रोग का प्रबन्धन कैसे करें ?
डॉ एसके सिंह प्रोफेसर (पादप रोग)
प्रधान अन्वेषक , अखिल भारतीय फल अनुसन्धान परियोजना एवं सह निदेशक अनुसन्धान
डा. राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय ,
पूसा , समस्तीपुर, बिहार
आम में गामोसिस एवम् पेड़ के अचानक सुख जाने से बचाव के लिए आवश्यक है कि निम्न लिखित उपाय किए जाने चाहिए
■रोको एम @3ग्राम /लीटर पानी के घोल से मिट्टी को भीगा दे।10वर्ष के वयस्क पेड़ के लिए लगभग 30 लीटर दवा के घोल की आवश्यकता पड़ेगी।10दिन के बाद पुनः ड्रेंचिंग करें।
■पहला छिड़काव साफ @2ग्राम/लीटर के दर से करें एवम् 10दिन के बाद ब्लिटॉक्स-50@3ग्राम /लीटर के दर से करे।
■वयस्क (10वर्ष या उसके ऊपर के पेड़ के लिए) आम के पेड़ में 1 किग्रा नत्रजन,500 ग्राम फास्फोरस एवम् 800 ग्राम पोटाश पेड़ के चारों तरफ़ 2 मीटर दूर रिंग बना कर देना चाहिए।
■पेड़ के चारो तरफ ,जमीन की सतह से 5-5.30 फीट की ऊंचाई तक बोर्डों पेस्ट से पुताई करनी चाहिए।
■प्रश्न यह उठता है कि बोर्डों पेस्ट बनाते कैसे है।यदि बोर्डों पेस्ट से साल में दो बार प्रथम जुलाई- अगस्त एवम् दुबारा फरवरी- मार्च में पुताई कर दी जाय तो अधिकांश फफूंद जनित बीमारियों से बाग को बचा लेते है।इस रोग के साथ साथ शीर्ष मरण , आम के छिल्को का फटना इत्यादि विभिन्न फफूंद जनित बीमारियों से आम को बचाया जा सकता है । इसका प्रयोग सभी फल के पेड़ो पर किया जाना चाहिए ।
बोर्डों पेस्ट बनाने के लिए आवश्यक सामान
कॉपर सल्फेट , बिना बुझा चुना (कैल्शियम ऑक्साइड ), जूट बैग, मलमल कपड़े की छलनी या बारीक छलनी , मिट्टी/ प्लास्टिक / लकड़ी की टंकी एवं लकड़ी की छड़ी |
1. कॉपर सल्फेट 1 किलो ग्राम
2. बिना बुझा चूना -1 किलो
3. पानी 10 लीटर
बनाने की विधि
■पानी की आधी मात्रा में कॉपर सल्फेट I चूने को बूझावे, शेष आधे पानी में मिलावे इस दौरान लकड़ी की छड़ी से लगातार हिलाते रहे I
किसान के ध्यान रखने योग्य बातें
• किसानो को बोर्डो पेस्ट का घोल तैयार करने के तुरंत बाद ही इसका उपयोग बगीचे में कर लेना चाहिए|
• कॉपर सलफेट का घोल तैयार करते समय किसानो लोहें / गैल्वेनाइज्ड बर्तन को काम में नहीं लेना चाहिए|
• किसानो को यह ध्यान रखना हो की वे बोर्डो पेस्ट को किसी अन्य रसायन या पेस्टिसाइड के साथ में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए|
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