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EPN 18-जानिए क्या है? जैविक उत्पाद EPN 18

 

EPN 18-जानिए क्या है? जैविक उत्पाद EPN 18


अधिकांश मानवीय बीमारियों का कारण जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ कृषि में उपयोग हो रहे रसायन भी हैं। इनमें मुख्य रूप से मानव द्वारा उपयोग की जाने वाली विषाक्त सब्जियां,अनाज एवं फल हैं जिनकी सुरक्षा हेतु अंधाधुंध रासायनिक उर्वरक व कीटनाशक का उपयोग किया जाता है। इन उर्वरक व कीटनाशकों के प्रयोग से अत्यधिक प्रयोग से इनके प्रति कीटों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है और कुछ प्रजातियों में तो प्रतिरोधक क्षमता विकसित भी हो चुकी है।

इसके अलावा रासायनिक उर्वरक व कीटनाशक अत्यधिक महगे होने के कारण किसानों को इन पर अत्यधिक खर्च करना पड़ता है। उर्वरक व कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से फसलों, सब्जियों व फलों की गुणवत्ता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इन वस्तुस्थिति के फलस्वरूप वैज्ञानिकों का ध्यान प्राकतिक एवं जैविक उर्वरक व कीटनाशकों की ओर गया है जोन केवल सस्ते हैं बल्कि जिनके उपयोग से तैयार होने वाली फसल के किसी प्रकार के रासायनिक दुष्प्रभाव भी नहीं रहते हैं।

आज की कड़ी में हम एक ऐसे जैविक उत्पाद के बारे में बताएंगे जो कि पूर्णतः जैविक है और किसानों के लिए काफी उपयोगी है इस उत्पाद का नाम है EPN 18

EPN 18 जैविक उत्पाद का परिचय



■EPN 18 पोटेशियम अधारित गैर विषैले सेलुलोस है जो अपने वजन से 200 से 300 गुना तक पानी को अवशोषित और बनाए रखने में सक्षम है।

■ साथ ही साथ पौधों के जरूरी तत्व की प्राप्ति कर उनके उत्पादन में वृद्धि के लिए सहायता प्रदान करता है रोगों कीटों से लड़ने के लिए पौधों में प्रतिरोधक क्षमता का विकास भी करता है।

■EPN 18 का उपयोग सरल व प्रभावी है यह गर्म जलवायु में खेती को विकसित करने के लिए बनाया गया है जैसे अत्यधिक गर्मी, सूखा, ठंडा एवं शुष्क, मरुस्थल, खराब मिट्टी इत्यादि। दिन प्रतिदिन पानी की बजाए EPN 18 युक्त मृदा को केवल प्रति सप्ताह एक बार पानी की आवश्यकता होती है जिससे समय और पानी की बचत होती है।

EPN 18 के फायदे हैं.?

1.मिट्टी की जल प्रतिधारण क्षमता बढ़ाते हैं।प्रभावी ढंग से सिंचाई को कम कर देता है।

2.पानी में पोषक तत्वों को बह जाने से रोकता है।

3.वाष्पीकरण दर कम कर पानी की कमी को रोकता है।

4.फुलने एवं सिकुड़ने की क्रिया के कारण मिट्टी को हिलाकर उत्सर्जन बढ़ाता है एवं मिट्टी के भौतिक गुणों में सुधार करता है

5.जड़ों से चिपककर केवल जड़ क्षेत्र में ही पानी और पोषक तत्व प्रदान करके पौधों की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं

6.मिट्टी में पानी के बह जाने को रोकता है

7.शुष्क क्षेत्रों में पौधे की वृद्धि को बढ़ाता है

8.सूखे और भू-जल प्रदूषण से लड़कर पर्यावरण की रक्षा करता है।

9.ठंड के समय जड़ की सुरक्षा करता है।

10.70 से 80% तक उर्वरक के उपयोग को कम करता है

11.पौधों में उत्पादन को बढ़ाता है।

12.C:N अनुपात को बैलेंस करता है। EPN 18कैसे काम करता है। EPN 18 क्रिस्टल या पाउडर रूप में आता है जो पानी या अन्य तरल पदार्थ के संपर्क में आने पर जेलीफाइट हो जाता है इन कणो को मिट्टी में सूक्ष्म जलाशयों के रूप में देखा जा सकता है । अपने वजन से लगभग 300 से 400 पानी अवशोषित करने की क्षमता के साथ ही पानी को अंदर रखता है और भंडारण करता है। इन जलाशयों में से पानी ऑस्मोटिक दबाव अंतर के कारण आवश्यकतानुसार जड़ तक पहुंच जाता है। शुष्क क्षेत्रों में, रेतीली मिट्टी में अर्थ एलिक्सिर का उपयोग पानी की होल्डिंग क्षमता और बढ़ता है जो पौधों की गुणवत्ता में काफी सुधार करता है।

■ EPN 18 ए मिट्टी के माध्यम से पानी की मिट्टी पारगम्यता, घनत्व, संरचना, बनावट और वाष्पीकरण दर को प्रभावित करता है उत्कृष्ट जल अवशोषण गुणवत्ता वाले EPN 18  कृषि क्षेत्रों के लिए एक असाधारण रूप से सहायक और पर्यावरण अनुकूल वस्तु है इसका उपयोग खेतों और वानिकी सेवाओं के लिए किया जा सकता है घर और बगीचे के लिए कम पानी में पौधों की विकास दर को बढ़ाता है।

■यह जल अवशोषण पानी के जलाशय के रूप में कार्य करता है और केवल आवश्यकता के समय ही संरक्षित संसाधन का उपयोग करता है । जिससे बेहतर कृषि में उपज मिलती है 

■EPN 18 पानी को अवशोषित और बनाए रखने के लिए एक अद्वितीय तंत्र का उपयोग करता है एवं जब फसल की मांग होती है तभी यह अपना पानी निर्वाहन करता है, अन्यथा यह अपने नमी स्तर को नहीं खोता।

EPN 18 का फसल पर प्रभाव के कुछ चित्र












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