कोरिया जिले के कृषि उत्पाद बिक रहे दिल्ली हाॅट में
जिला प्रषासन के सहयोग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के तकनीकी मार्गदर्षन में गठित किसान उत्पादक संगठन, कोरिया एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड में सम्मिलित आदिवासी कृषकों से कच्चे कृषि उत्पादों, उद्यानिकी, संगध उत्पादों, मधुमक्खी पालन, देषी गाध का दूध इत्यादि को संग्रहण कर कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया के माध्यम से स्थापित विभिन्न मूल्यवर्धन एवं प्रसंस्करण ईकाईयांें में शुद्ध एवं देषी तैयार उत्पादों-देषी सुगंधित चावल (जीराफुल, रानीकाजल, लोहन्दी, लालू) देषी चावल- (केतकी, छिन्दमौरी, करहनी, खिरासार, नरपती) देषी दाल (अरहर, चना, कुल्थी, मूंग, मसूर इत्यादि) प्राकृतिक शहद- (करंज, जंगली वन तुलसी, सरसों) संगध तेल-(लेमनग्रास, सेट्रोनेला, पामारोजा) लेमनग्रास चायपत्ती, हस्त निर्मित साबुन- (लेमनग्रास एवं सिन्दुर, लेमनग्रास एवं हल्दी, पामारोजा एवं सिन्दुर, पामारोजा एवं हल्दी) अगरबत्ती-(लेमनग्रास एवं सेट्रोनेला) शकरकन्द आटा, देषी गाय का ए-टू घी, सुखा मसरुम एवं मसरुम पावडर इत्यादि उत्पाद सुन्दर आकर्षक पैकिंग में गुणवत्ता प्रमाणिकरण के साथ भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ मर्यादित (जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार) के द्वारा नई दिल्ली में 1-15 फरवरी के आदि महोत्सव में देष भर से आये नागरिकों के समक्ष प्रदर्षन एवं विक्रय हेतु उपलब्ध हो रहा है।
मूल्यवर्धन एवं प्रसंस्करण उत्पादों से कोरिया जिले के कृषकों को न सिर्फ कच्चे उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो रहा है वरन उत्पादों को ट्राईफेड, खादी ग्रामोद्योग, हस्त षिल्प विकास बोर्ड इत्यादि के देष भर में स्थित सेल काउन्टर व आॅनलाईन भी बेचा जा रहा है।
1-15 फरवरी तक चल रहे आदि महोत्सव में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्री विजय कुमार एवं इंजि. कमलेष कुमार सिंह के साथ कोरिया जिले के आदिवासी दो कृषक भी सम्मिलित हुए है। वर्तमान में गठित किसान उत्पादक संगठन के द्वारा लगभग 5 से 6 लाख रुपये के उत्पादों की पूर्ति ट्राईफेड, हस्त षिल्प विकास बोर्ड एवं खादी ग्रामोद्योग को कि है। आदि महोत्सव दिल्ली में लगभग 2 से 3 लाख रुपये के उत्पादों की बिक्री अनुमानित है।
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