कृषि सलाह:-फलदार वृक्षों को रोगों से बचाये अपने घर पर बोर्डो पेस्ट बनाएं।
आवश्यक सामग्री -
1. नीला थोथा (Copper sulphate) -
एक किलोग्राम
2. चुना (बुझा हुआ) - एक किलोग्राम ।
3. तीन बाल्टी (प्लास्टिक के) ।
4. 10 लीटर पानी ।
बोर्डो पेस्ट तैयार करने की विधि -
● सबसे पहले तो आप बोर्डो पेस्ट बनाने के एक दिन पहले शाम को 1 किग्रा. नीला थोथा (Copper sulphate) को एक प्लास्टिक की बाल्टी में 5 लीटर पानी में घोलकर या डुबाकर रख दें । क्योंकि नीला थोथा अच्छी तरह घुलने में अधिक समय लेता है ।
● अब जब अगले दिन जब आप बोर्डो पेस्ट तैयार कर रहे हो उस समय 1 किग्रा. चुना (slaked lime)को एक दूसरी प्लास्टिक की बाल्टी के 5 लीटर पानी मे अच्छी तरह घोल लीजिए ।
● अब आपके पास दो अलग - अलग प्लास्टिक की बाल्टी में एक-एक किग्रा . चुना और नीला थोथा 5 -5 लीटर पानी मे घुला हुआ है ।
● अब आप एक लोहे की साफ छड़ या कोई भी लोहे की चीज लेकर नीला थोथा वाले घोल में लगभग 20 से 25 सेकेंड तक आधा डूबकर रखिये । अब जब आप इसे डुबाकर निकालेंगे तो देखेंगे कि नीला थोथा के प्रभाव से जितना हिस्सा डूबा हुआ था उतना हिस्सा जंक के समान दिखाई देगा (भूरा या कत्थई रंक का) । यह क्यो जरूरी है यह हम आपको आगे बताएंगे।
● अब इस घुले हुए चुने और नीला थोथा को एक अलग प्लास्टिक की बाल्टी में एक साथ डालकर अच्छी तरह से मिला दीजिए ।
● अब इसे एक डंडे की मदद से अच्छी तरह घुमा - घुमाकर मिला दीजिए ।
● अब इसकी शुद्धता की जाँच करने के लिए एक लोहे की साफ छड़ लेकर इसमें पहले की भांति 20 - 25 सेकंड तक आधी डूबा कर रखें । अगर यह छड़ तांबे जैसा या जंक लगे लोहे के समान हो जाये जैसा आपको इमेज (Image) में दिख रहा होगा । अगर ऐसा हो जाये तो आपको उसमे थोड़ा सा चुना और मिला देनी है ।
बोर्डो पेस्ट का उपयोग कौन से रोगों के लिए और कैसे करते हैं ?
Mango Gummosis - (आम के पेड़ के तनों, शाखाओं से गोंद निकलना) - आम के पेड़ के तनों में बोर्डो पेस्ट की कम से कम जमीन से 3 फीट की ऊँचाई तक बोर्डो पेस्ट की पुताई कर दें । और जिन शाखाओं पर gummosis हो उन शाखाओं को काटकर अलग कर के वहां भी बोर्डो पेस्ट लगा सकते हैं ।
Mango Dieback.- Lasiodiplodia theobromae (आम के शीर्ष टहनीयों का सुख जाना )
इस रोग में आम की ऊपर की टहनियाँ जो है वह सूखने लगती है । इस रोग के लिए भी बोर्डो पेस्ट का उपयोग करते हैं।
नीबू के पौधे में Gummosis रोग -
इसमें भी नीबू के रोग ग्रस्त पौधे के तनों व शाखाओं से गोंद निकलने लगते है । नीबू के पौधे में भी आप अगर छोटे पौधे है तो 1-2 फीट और बड़े पौधे हैं तो 3 फीट तक तनों में पुताई कर दें ।
इसके अलावा और भी फफूंद जनक रोगों में इस बोर्डो पेस्ट का उपयोग किया जाता है जैसे नीबू के केंकर रोग में ।
सावधानियां -
● नीला थोथा जहरीला पदार्थ है इसलिए इसे सूखे, सुरक्षित स्थान पर बच्चों की पहुंच से दूर रखें ।
● बोर्डो पेस्ट बनाने के लिए लोहे की बाल्टी या कोई भी लोहे की वस्तु उपयोग न करें ।
● प्लास्टिक बाल्टी का ही उपयोग करें ।
● अगर बोर्डो मिश्रण फसलों में छिड़क रहें हैं तो प्लास्टिक स्प्रेयर का ही प्रयोग करें ।
● बोर्डो पेस्ट तैयार हो जाने के बाद उपयोग करने से पहले एक बार लोहे की छड़ से ऊपर बताए अनुसार एक बार शुध्दता की जाँच जरूर करें ।
● बोर्डो पेस्ट बनाते समय या उसकी पौधे में पुताई करते समय हाँथ में दस्ताने जरूर लगाएं ।
● अगर बोर्डो पेस्ट उपयोग के बाद बच जाती है तो उसे किसी पेड़ के पास बिल्कुल न डाले बल्कि उसे दूसरे जगह गड्ढे में डाल दें या फेंक ।
अगर जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया करके इसे किसी जरूरतमंद किसानों तक जरूर शेयर करें।
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