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कृषि मंत्रालय भारत सरकार एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़िया कृषि छात्र ने बनाया एक जैविक उत्पाद “ROOT RISE”

कृषि मंत्रालय भारत सरकार एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़िया कृषि छात्र ने बनाया एक जैविक उत्पाद “ROOT RISE”

जैविक उत्पाद “ROOT RISE”

योगेश सोनकर तहसील धमधा जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ के निवासी है के एवं कृषि के छात्र है। योगेश सोनकर के स्टार्टअप ने एसोचैम स्टार्टअप लॉन्च पैडकॉम्पिटीशन के फाइनल राउंड में जगह बनाने में गत वर्ष कामयाबी हासिल की थी। इसका फाइनल राउंड अक्टूबर-नवंबर में गुजरात या दिल्ली में होना था।

परन्तु कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से डेट और स्थान तय नहीं पाया। जोनल लेवल कॉम्पिटीशन में लगभग 100 स्टार्टअप को पीछे छोड़कर योगेश के स्टार्टअप ने फाइनल में जगह बनाई थी । फाइनल राउंड में लगभग 15 स्टार्टअप ही शामिल होंते।कॉम्पिटीशन में इन्वेस्टर भी शामिल होते। विनर्स को बिजनेस बढ़ाने के लिए डेढ़ करोड़ तक की फंडिंग मिल सकती हैं।

योगेश सोनकर ने एक नया जैव उत्पाद बनाया है जिसका नाम है।“ROOT RISE”

योगेश सोनकर
केंद्रीय कृषि मंत्री माननीय नरेंद्र सिंह तोमर के साथ योगेश सोनकर

” ROOT RISE ” कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली -भारत सरकार द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में संचालित कृषि नवाचार एवं कृषि व्यवसाय हेतु RKVVY-RAFTAAR – UDBHAV-2019 के अंतर्गत उत्पादित उत्पाद ROOT – RISE राष्ट्रीय स्तर की संस्था ECOCERT INDIA PVT.LTD से प्रमाणित उत्पाद है।

योगेश सोनकर ने Nature wall Biotech pvt ltd की स्थापना की जो Department of Promotion of Industry and Internal Tread (DIPPT),(Govt.of India) recognized startup है।

इस कंपनी के फाउंडर-डारेक्टर वे स्वयं है और यह कंपनी इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) Rafraar Agribusiness Incubator (IGKV R-ABI) योजना में इक्यूबेट है।

योगेश सोनकर बताते है कि प्रायः छत्तीसगढ़ के किसान भाई बीजो का उपचार किये बिना ही बीजो की बुवाई कर देते है जिससे बाद में बीज जनित रोगों से किसान भाई परेशान रहते है एवं अंधाधुन्ध रसायनिक दवाओं का उपयोग इन रोगों के उपचार में करते है।जिसके कारण उत्पादन भी काफी प्रभावित होता है और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों को आमंत्रित करते है। ऐसे में जरूरत है जैविक उत्पादों के प्रयोग की। उनमें से एक है ROOT- RISEजो कि पूर्णतः जैविक है।

जानिए कैसे उपयोग में लाया जा सकता है “ROOT RISE”

कैसे करे ROOT- RISE से बीजोपचार
धान के बीजो का बीजोपचार करने के लिए धान के बीजो को प्लास्टिक के शीट में डालकर फैला लेंवे। प्रति किलो बीज के लिए ROOT- RISE 5 ग्राम की मात्रा में लेकर उसमें इतना पानी मिलावे की पेस्ट बना जाए पेस्ट को बीजो पर छिड़ककर पेस्ट के साथ बीजो को रगड़ने से काले रंग की परत बीजो पर चढ़ जाएगी अगर बीजो पैर ROOT-RISE पाउडर स्वरूप में दिख रहा हो तो उसमें थोड़ा और पानी मिलाकर रगड़ने की आवश्यकता है। कब बीजो को छायादार जगह पर सूखा लेंवे। और अब बुवाई के लिए प्रयोग करे।


खाद में मिलाकर भी प्रयोग कर सकते है।

पहली बार खाद डालते समय खाद में 500 ग्राम ROOT- RISE प्रति एकड़ के हिसाब से डालने पर 8 से 10 दिन में स्प्ष्ट रूप से प्रत्यक्ष प्रमाण दिखाई देने लगता है।

ये काम करता है” “ROOT RISE”

👉1.मिटटी को उपजाऊ बना देता है, मिटटी में सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या बढ़ा देता है।

👉2. मिटटी में केंचुए काम करना सुरु कर देते है।

👉3.फसल को मिटटी से होनेवाले सभी रोगों से मुक्ति दिलाता है।

👉4. “ROOT RISE” का उपयोग फसल की प्रारंभिक अवस्था अथवा आधार खाद के साथ मिलाकर उपयोग करने से खाद की उपयोगिता को बढाता है। इसके क्षरण को रोककर पौधों के लिए भरपूर भोजन उपलब्ध करता है |


👉5. यह सम्पूर्ण जाइम का कार्य करता है | इसके उपयोग के पश्चात् अलग के किसी प्रकार के जाइम की आवश्यकता नहीं है |

“ROOT RISE” उपयोग से लाभ :-
👉1. पोधे के भोजन ग्रहण करने वाली जड़ो का विकास करता है तथा पौधे की बढवार में सहायक।
👉2. पौधे में संतुलित नाइट्रोजन ग्रहण तथा भूमि में उपस्थित नाइट्रोजन की उपयोगिता को बढाता है ।
👉3. भूमि में उपस्थित पोटाश, कैल्शियम तथा फास्फोरस को पौधे के लिए उपलब्ध कराता है ताकि पौधे, जड़ो के माध्यमसे आसानी से ग्रहण कर सके ।
👉4. पौधे में संतुलित पोषक तत्वों को भोजन के रूप में उपलब्ध कराता है तथा विपरीत परिस्थिति अथवा ओवर दोस होने पर इसके विपरीत प्रभाव को कम करता है ।
👉5. पौधे में प्राकृतिक रूप से रोग तथा कीट प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है।
👉6. भूमि की उर्वरा शक्ति को बढाता है तथा खाद एवं अन्य क्षरण को कम करता है और जल धारण क्षमता को बढाता है ।
👉7. अंकुरण क्षमता को बढाता है तथा भूमि के पी.एच. को न्यूट्रल करता है।

“ROOT RISE” के उपयोग की विधि :-
👉1. लगभग सभी प्रकार के जैविक एवं रासायनिक खाद के साथ मिलाकर उपयोग किया जा सकता है |
👉2. सिस्टमिक कीटनाशक एवं कैल्शियम नाइट्रेट के साथ न मिलाये |
👉3. सभी घुलनशील खाद के साथ मिलाकर भी उपयोगकिया जा सकता है |


ROOT RISE” की मात्रा :-
👉1. आधार खाद के साथ मिलाकर डालने के लिए 500 ग्राम प्रति एकड़ |
👉2. स्प्रे के व्दारा : 250 ग्राम प्रति एकड़ 200 लीटर पानी के साथ मिलाकर
👉3. ड्रीप के व्दारा : 250 ग्राम प्रत्येक बार घुलनशील खाद के साथ मिलाकर देना उचित है |

”ROOT RICE ” के प्रयोग के बाद उत्पादित जैविक भिंडी
”ROOT RICE ” के प्रयोग के बाद उत्पादित जैविक फूल गोभी

उपलब्धता
अधिक जानकारी हेतु इस नम्बर में संपर्क करें….
8982831488

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