*चूर्णिल आसिता रोग से परेशान है❓*
👨🌾 किसान भाइयों एवं बहनों, मूंग एवं उड़द की फसल का यह एक फफूंदी जनित प्रमुख रोग है।
👉 इस रोग के प्रभाव से लगभग 21 प्रतिशत तक हानि होती है।
⭕ रोग का संक्रमण सर्वप्रथम निचली पत्तियों पर कुछ गहरे (बदरंगी) धब्बों के रुप में दिखाई देता है।
🔰 धब्बों पर छोटे-छोटे सफेद बिन्दु पड़ जाते हैं जो बाद में बढ़कर एक बड़ा सफेद धब्बा बनाते हैं।
⭕ जैसे-जैसे रोग की उग्रता बढ़ती है यह सफेद धब्बे न केवल आकार में बढ़ते हैं। परन्तु ऊपर की नई पत्तियों पर भी विकसित हो जाते हैैं। अन्ततः ऐसे सफेद धब्बे पत्तियों की दोनों सतह पर, तना, शाखाओं एवं फली पर फैल जाते हैं।
🔰 इससे पौधों की प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया न के बराबर हो जाती है और अन्त में संक्रमित भाग झुलस/सूख जाते हैं
🛑 रोग का प्रबंधन
⭕ रोग प्रतिरोधी किस्मों का चयन कर बुवाई करें।
🔰 फसल में घुलनशील सल्फर 0.2 प्रतिशत घोल का छिडकाव करें।
⭕ कार्बेन्डाजिम 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी या केराथेन का 1 मिली प्रति लीटर की दर से घोल बनाकर छिड़काव करने से इस रोग को नियंत्रित किया जा सकता है।
Comments