जैविक खेती- यूरिया का जैविक विकल्प ग्लीरिसिडिया पेड़ ■ कृषि कार्य मे उपयोग होने वाले रसायनिक उर्वरको में सबसे अधिक उपयोग होने वाला उर्वरक है "यूरिया" पिछले कुछ दशकों से यूरिया की अंधाधुंध किसान भाई छिड़काव कर रहे है जिससे कि भू- संरचना काफी बिगड़ती चली जा रही है। वही कई राज्य यूरिया की कमी से जूझ रहे है। ऐसे में जरूरत है कि यूरिया का कुछ न कुछ जैविक विकल्प निकाला जाए। ■ यूरिया पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करता है आज के समय मे ऐसे जैविक विकल्पों की आवश्यकता है जिससे नाइट्रोजन की पूर्ति की जा सके। ■ पिछले कुछ लेखों में हमने बताया है कि गौ अंश आधारित अमृत पानी,गौ मूत्र, जीवामृत,घन जीवामृत का प्रयोग कर फसल को बचाया जा सकता है और बहुत हद तक यूरिया का विकल्प भी बन सकता है। आज की कड़ी में हम एक ऐसे पेड़ के बारे में बताएंगे जिसमे भरपूर मात्रा में नाइट्रोजन उपलब्ध होता है और बन सकता है "यूरिया का जैविक विकल्प" ■ नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए किसान रासायनिक यूरिया खाद का इस्तेमाल करते है और इस पौधे में 46% नाइट्रोजन विद्यमान रहता है। ■ जैविक खेती में नाइट्रोजन खाद का यह एक अच्छा
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