*🔴लौकी में सफ़ेद मक्खी का नियंत्रण *
🔰 सफ़ेद मक्खियां फुल एवं फल बनने की अवस्था के दौरान दिखाई देती हैं| इससे फसल की पैदावार 75% तक कम हो सकती हैं |
🔰 शिशु एवं वयस्क पत्तियों की सतह से रस चूसते हैं| पत्तियाँ मुड़ने एवं सूखने लगती हैं| पौधे की बढ़वार रुक जाती हैं| इसके छोड़े गए मधुस्त्राव के कारण पौधों पर काली फफूंद आती हैं |
🔰 नियंत्रण:-
सफ़ेद मक्खी के नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ 10 नीले एवं पीले चिपचिपे प्रपंच स्थापित करें|
🔰 आने से पूर्व बचाव हेतु :- नीम का तेल 1000 पीपीएम @ 600 मिली प्रति 200 लीटर पानी प्रति एकड़ का छिड़काव दो बार करे ।
🔰 जैविक नियंत्रण:- बेवेरिया बासियाना @ 1 किलो + मेट्रिहिज़ियम ऐनिसोपला 400 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी प्रति एकड़ में मिलाकर छिड़काव करें।
🔰 रासायनिक नियंत्रण:-
निम्न में से किसी एक कीटनाशक का स्प्रे करें।
इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. @ 100 मिली/एकड़ या थायोमेथोक्सोम 25 डब्लूजी @ 75 ग्राम/ एकड़ या एसीटामाप्रीड 20% SP 100 ग्राम 200 लीटर पानी प्रति एकड़ में मिलाकर छिड़काव करें।
🔰 छिड़काव शाम के समय ही करें|
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