डीएपी और एनपीके में अंतर:-
डीएपी क्या है और यह कैसे मदद करता है?
#डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) एक खाद है जिसमें #फॉस्फोरस बहुत ज्यादा होता है। इसका लेबल 18-46-0 होता है, यानी इसमें 18% #नाइट्रोजन, 46% #फॉस्फोरस और 0% #पोटेशियम होता है। फॉस्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत और गहरा बनाने में मदद करता है, खासकर जब पौधा छोटा होता है। मजबूत जड़ें पौधे को पानी और अन्य पोषक तत्व आसानी से लेने में मदद करती हैं। इससे पौधा शुरू में तेजी से और एकसमान बढ़ता है। डीएपी मिट्टी में अमोनियम और फॉस्फेट भी देता है, जो पोषक तत्वों को बेहतर बनाता है और मिट्टी का पीएच संतुलित रखता है। इससे छोटे पौधों को और ताकत मिलती है।
#एनपीके क्या है और यह कैसे काम करता है?
एनपीके एक ऐसी खाद है जिसमें तीन पोषक तत्व होते हैं: नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम।
नाइट्रोजन: पौधों की पत्तियों को हरा-भरा और घना बनाता है।
फॉस्फोरस: जड़ों और तने को मजबूत करता है।
पोटेशियम: पौधों को बीमारियों और मुश्किल हालात (जैसे सूखा या गर्मी) से लड़ने की ताकत देता है।
एनपीके तब सबसे अच्छा काम करता है जब पौधे की जड़ें पहले से मजबूत हो चुकी हों। अगर शुरू में फॉस्फोरस की कमी हो, तो पौधों का विकास धीमा या असमान हो सकता है।
डीएपी और एनपीके में मुख्य अंतर
डीएपी: शुरुआती वृद्धि के लिए सबसे अच्छा है क्योंकि यह जड़ों को मजबूत करता है। यह पौधों को तेज शुरुआत देता है।
एनपीके: पूरे पौधे के लिए संतुलित पोषण देता है, लेकिन यह तब ज्यादा फायदेमंद है जब जड़ें पहले से मजबूत हो चुकी हों।
किसानों के लिए सलाह
अगर आप चाहते हैं कि आपके पौधे शुरू में तेजी से और मजबूती से बढ़ें, तो डीएपी का इस्तेमाल करें।
जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं और उनकी जड़ें मजबूत हो जाएं, तो एनपीके का उपयोग करें ताकि पौधे को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलें।
मिट्टी की जांच करवाएं ताकि आपको पता चले कि आपकी फसल को किस पोषक तत्व की सबसे ज्यादा जरूरत है।

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