एनपीके 00:50 (Mono Potassium Phosphate - MKP 00:52:34 जैसा ही काम करता है) धान की फसल में पोटाश और फॉस्फोरस की कमी पूरी करने के लिए बहुत उपयोगी होता है।
✅ धान में NPK 00:50 का स्प्रे कब करें
1. बाली निकलने से पहले (Pre-Flowering Stage):
धान में झिल्ली (Booting stage) से ठीक पहले 1 स्प्रे करें।
इससे दाने अच्छे से भरते हैं और झड़ने की समस्या कम होती है।
2. दूधिया अवस्था (Milky stage):
बाली निकलने के 10–12 दिन बाद दूसरा स्प्रे करें।
इससे दाने का भराव और चमक अच्छी होती है।
✅ कैसे स्प्रे करें
मात्रा:
1 एकड़ में 75–100 ग्राम NPK 00:50 को 15–20 लीटर पानी में घोलें (पंप टैंक के लिए)।
पूरे एकड़ में 200 लीटर पानी के साथ 700–800 ग्राम दवा का प्रयोग करें।
स्प्रे का समय:
सुबह 8 से 10 बजे तक या शाम 4 बजे के बाद ही करें।
तेज धूप या बारिश के समय स्प्रे न करें।
मिक्सिंग:
इसे अन्य खाद/कीटनाशक/फफूंदनाशी के साथ मिलाने से पहले compatibility check जरूर करें।
हमेशा NPK 00:50 को अलग घोल बनाकर टैंक में डालें।
❌ कौन सी गलती नहीं करनी चाहिए
1. बहुत ज्यादा मात्रा का प्रयोग न करें, वरना पत्तियां झुलस सकती हैं
2. दो स्प्रे के बीच कम से कम 10–12 दिन का अंतर रखें।
3. गंदे/कठोर पानी में दवा न मिलाएं, साफ मीठा पानी ही लें।
4. बारिश के ठीक पहले या तेज धूप में स्प्रे करने से बचें, असर कम हो जाता है।
5. यूरिया के साथ टैंक में मिलाकर स्प्रे न करें (leaf burn हो सकता है)।
👉 मतलब यह कि NPK 00:50 का स्प्रे धान में बाली निकलने से पहले और दूधिया अवस्था में करना सबसे फायदेमंद होता है।

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