जैविक खेती:- किचन गार्डनिंग की किताब से सीखें घर पर जैविक सब्जी उगाने की तकनीक
रुनिजा माधवपुरा के एक युवा कृषि विशेषज्ञ तेजराम नागर ने 2015 में ग्वालियर से एमएससी एग्रीकल्चर एग्रोनॉमी की उपाधि प्राप्त की और कृषि अनुसंधान कार्यों में अपना करियर को शुरू किया शहरी क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के लिए नागर ने एक सराहनीय कार्य किया है।
शहरी क्षेत्र के नागरिक अपने घर पर जैविक सब्जी उगा कर खा सकते हैं।
एक आहार विशेषज्ञ के अनुसार 300 ग्राम सब्जी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन खाना चाहिए लेकिन इस सब्जी की बहुत कम मात्रा हम लोग प्रतिदिन खाते हैं।
प्रगतिशील देशों में अनाज को कम खाया जाता है और फल सब्जियों को अपने भोजन में अधिक सम्मिलित किया जाता है जिस से स्वास्थ्य अच्छा रहता है लंबी आयु मिलती हैं।
सब्जी हमारे भोजन का मुख्य आहार हैं और यह दैनिक जीवन में सबसे पहले हमें ताजी सब्जियों की आवश्यकता होती हैं।
इन सब्जियों को हम बाजार से खरीदते हैं यदि इन्हीं सब्जियों को घर पर उगाए और खाएं तो लाजवाब स्वाद और अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा
इन सब्जियों को गाने की तकनीक किचन गार्डनिंग बुक में लिखी गई है।
192 पेज की यह बुक पूर्णता जैविक सब्जी उत्पादन पर आधारित है।
नागर ने अपने पांच सालों के कृषि ज्ञान व अनुभवों का उपयोग कर। घर पर जैविक सब्जियों उगाने की तरकीब बताई गई है । आज के समय में सभी अपने घर पर जैविक सब्जियां उगाकर खाना चाहते हैं पर सही मार्गदर्शन ज्ञान और तकनीक के अभाव में उगा नहीं पाते है इस समस्या का समाधान किया है कृषि विशेषज्ञ नागर ने किचन गार्डनिंग किताब में 35 से अधिक सब्जियों के उत्पादन के नवीन तकनीक लिखी गई है जिसे पढ़कर आसानी से घर पर जैविक सब्जियों का उत्पादन किया जा सकता है।
घर से निकलने वाले कचरे से मिट्टी बनाकर जैविक सब्जियों के उत्पादन की विशेष तकनीक इस किचन गार्डनिंग बुक में लिखी गई है।
यदि किसी के घर में जगह की कमी है तो गमलों में जैविक सब्जियों के उत्पादन की संपूर्ण जानकारी इस किताब में दी गई हैं जिसे पढ़कर आसानी से घर पर जैविक सब्जियों का उत्पादन कर सकते हैं
नागर ने इस किताब में सब्जियों में लगने वाले कीट बीमारियों के नियंत्रण की जैविक और आसान विधियां लिखी है जिसे पढ़कर आसानी से सब्जियों में लगने वाले कीट और बीमारियों पर नियंत्रण किया जा सकता है कौन - सी सब्जी कब और किस मौसम में उगाना , कैसे उगाना , खाद , दवाएं कब और कैसे डालना , यह सारी जानकारी इस पुस्तक में दी गई है । जिसे पढ़कर आसानी से घर पर जैविक सब्जियों का उत्पादन किया जा सकता है।
नगर के इस कार्य पर क्षेत्र के बड़नगर क्षेत्र के प्रसिद्ध डॉक्टर सुरेश जी को तोड़ने खटोड़ ने सराहना की साथ ही अशोक वैष्णव लालचंद राठौड़ गोपाल महेश्वरी रजाक मंसूरी नंदराम नागर श्रवण भाई अकरम शाह पत्रकार श्याम जी पुरोहित सहित क्षेत्र के लोगों ने बधाई दी।
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