समसामयिक सलाह:- मई माह में करे ये कृषि कार्य
■ अनाजों को धूप में अच्छी तरह से सुखाकर भंडारण करें।
■ खेत की गहरी जुताई करें एवं पॉलीथीन से ढंक दें जिससे मृदा जनित खरपतवार, बीमारी एवं कीड़ों के अण्डे नष्ट होजाएं।
■खेत की ग्रीष्मकालीन जुताई हेतु मिट्टी पलट हल का प्रयोग गहरी जुताई हेतु करें।
■गर्मी की फसल एवं साग सब्जी की फसलों की सतत् निगरानी रखें एवं आवश्यकतानुसार उपयुक्त सिंचाई करें।
■आम, नीबू वर्गीय एवं अन्य फसलों में सिंचाई प्रबंधन करें। नये फल उद्यान हेतु तैयारी करें, फलदार वृक्षों हेतु निर्धारित दूरी पर गड्डे खोदकर छोड़ देवें।
■ किसान भाईयों को सलाह दी जाती है कि खरीफ में जिन फसलों की बुवाई करनी हो उनकी उन्नतशील जातियों के बीज की व्यवस्था जरूर कर लेंवे।
■टमाटर, बैगन, मिर्च, भिंडी एवं अन्य सब्जी वाली फसल में निंदाई गुड़ाई करें एवं आवश्यकतानुसार सिंचाई कर नत्रजन उर्वरक की मात्रा देवें। वातावरण में तापमान को देखते हुए सिंचाई की दर बढ़ा देवें।
■खरीफ फसल की बोनी के पूर्व खेतों में लगने वाले कृषि यंत्र एवं उपकरणों की व्यवस्था कर आवश्यक मरम्मत कर लेवें।
■फलदार वृक्ष लगाने हेतु गड्ढा खोदकर छोड़ देवें एवं बारिश के पश्चात रोपाई करें।
■ ग्रीष्मकालीन मूंग अभी पकने की अवस्था में हैं जिसे फसल के पकते ही काटने की सलाह दी जाती है जिससे दानों को झड़ने से बचाया जा सके।
■गेंदा में शीर्ष पिंचिंग (अग्र शिरा कटाई) करें।
साभार
कृषि पंचांग
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय
रायपुर (छत्तीसगढ़)
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