किसान गोष्ठी :- ग्राम परतेवा में कृषि विभाग द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई ।
किसान गोष्ठी :- ग्राम परतेवा में कृषि विभाग द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई।
कृषि विभाग की महत्वाकांक्षी योजना मृदा स्वास्थ्य कार्ड अंतर्गत ग्राम परतेवा विकासखंड फिंगेश्वर जिला गरियाबंद में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मिट्टी परीक्षण की महत्ता को अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी कृषकों को दिया गया तथा आगामी खरीफ सीजन धान के फसल हेतु बीज उपचार जैविक उर्वरक एवं जैविक कीटनाशक वर्मी कंपोस्ट फसल प्रबंधन आदि की जानकारी दी, एवं अधिक से अधिक मिट्टी का परीक्षण कराकर अनुसंशित मात्रा में उर्वरक प्रयोग करने के लिए कृषकों को आग्रह किया।
श्री बी आर साहू वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने कृषकों को बताया कि फसलों में अधिकांश रोग का संक्रमण मुख्य रूप से बीज एवं मिट्टी के द्वारा होता है। बहुत छोटे-छोटे रोगाणु बीज की सतह पर या इसके भीतर स्थिर रहते है। इस प्रकार के दूषित बीजों की बोबाई के बाद बीज पर चिपके हुए रोगाणु मिट्टी में अनुकूल वातावरण पाते ही काफी तेजी से वृद्धि कर मिट्टी में बहुत पतला सफेद धागा जैसा रोग के जाल का निर्माण करते हैं।
बीज ज्योंही अंकुरित होना प्रारंभ करता है रोगाणु के सफेद जाल इसके अंदर प्रवेश कर पौधे को छोटी अवस्था में ही सुखा देते हैं। फिर जब पौधा बड़ा होता है तब बीज के द्वारा मिट्टी में पहुंचाए गए रोगाणु हवा के माधयम से उड़कर खड़ी फसल को रोगी बना देते हैं , जिससे उपज में काफी कमी हो जाती है।
बोबाई के पहले बीज को अनुशंसित रसायनों से उपचारित कर लेने से फसल को कई प्रकार की बीमारियों से रोका जा सकता है। बीजोपचार में नाममात्र का खर्च होता है, साथ ही एक खर्च से सात गुना लाभ मिलता है।
कार्यक्रम में कृषि स्थाई समिति के सभापति श्री जगदीश साहू जी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी फिंगेश्वर श्री बी आर साहू कृषि विकास अधिकारी खिलेश्वर साहू ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमति ममता उपस्थित थे।
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