खेती-बाड़ी:-जिमीकन्द (सूरन) की खेती कर देगी किसान को मालामाल जिमीकंद या सूरन एक भूमिगत कंद है| जो इसकी उपज क्षमता तथा पाक गुणों के कारण लोकप्रिय हो रहा हैं| उच्च उपज, गैर-तीखेपन वाले किस्मों के प्रवेश के कारण इसे पूरे भारत में व्यावसायिक उत्पादन हेतु अपनाया जा रहा हैं| यह कार्बोहाइड्रेट और खनिजों जैसे कैल्शियम और फॉस्फोरस से समृद्ध हैं| बवासीर, पेचिश, दमा, फेफड़ों की सूजन, उबकाई और पेट दर्द के रोकथाम हेतु अनेक आयुर्वेदिक दवाओं में इन कंदों का उपयोग किया जाता हैं| यह रक्त शोधक का कार्य भी करता हैं| आज की कड़ी में हम जानेंगे जिमीकन्द की वैज्ञानिक खेती के बारे में। जिमीकंद खेती की तैयारी का समय आ चुका है अतः किसान भाई खेत की तैयारी शुरू कर दे वे इसके लिए सर्वप्रथम अपने खेत में जितना भी बायोमास पड़ा हुआ है बायोमास से मेरा तात्पर्य पिछली फसल अवशेष से है इस बायोमास को किसान भाई भूल कर भी ना जलाएं फसल अवशेष को जलाने से खाद नहीं बनता बल्कि हमारे खेतों के जैविक कार्बन सब जल जाते हैं मित्र बैक्टीरिया जो फसल उत्पादन में सहायता करते हैं सब मर जाते हैं और कुछ गिने-चुने केंचु...
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