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रबी बीज दर 2024-25

 

कृषक प्रशिक्षण :-अंचल के कृषकों को जैविक खेती की ओर अग्रसर कर रहे है कृषि विभाग जिला गरियाबंद के अधिकारी/कर्मचारी

कृषक प्रशिक्षण :- अंचल के कृषकों को जैविक खेती की ओर अग्रसर कर रहे है कृषि विभाग जिला गरियाबंद के अधिकारी / कर्मचारी  अधिकांश मानवीय बीमारियों का कारण जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ कृषि में उपयोग हो रहे रसायन भी हैं। इनमें मुख्य रूपसे मानव द्वारा उपयोग की जाने वाली विषाक्त सब्जियां, अनाज एवं फल हैं जिनकी सुरक्षा हेतु अंधाधुंध रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। इन कीटनाशकों के प्रयोग से अत्यधिक प्रयोग से इनके प्रति कीटों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है और कुछ प्रजातियों में तो प्रतिरोधक क्षमता विकसित भी हो चुकी है। इसके अलावा रासायनिक कीटनाशक अत्यधिक मंहगे  होने के कारण किसानों को इन पर अत्यधिक खर्च करना पड़ता है। कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से फसलों, सब्जियों व फलों की गुणवत्ता पर भी विपरीत असर पड़ता है। इन वस्तुस्थिति के फलस्वरूप वैज्ञानिकों का ध्यान प्राकतिक एवं जैविक कीटनाशकों एवं रोगनाशकों की ओर गया है जो न केवल सस्ते हैं बल्कि जिनके उपयोग से तैयार होने वाली फसल के किसी प्रकार के रासायनिक दुष्प्रभाव भी नहीं रहते हैं। इसी परिपेक्ष्य मे आज  दिनांक 19.09.2024 को  ग्राम कामे

लाल कीड़ा :-धान का लाल कीड़ा यदि है तो घबराये नहीं ये उपाय कर सकते है??

लाल कीड़ा :-धान का लाल कीड़ा यदि है तो घबराये नहीं ये उपाय कर सकते है?? इस चित्र को ध्यान से देखने पर इसमे लाल लाल रंग का कीड़ा देखने को मिलेगा जो धान कि ग्रोथ को रोक लेता है ये ये किड़े पतला और लम्बा होता है और धान की जड़ों के पास रहता है। कुछ भाइयों का मानना है ये केंचुआ है पर ये केंचुआ नही है ये किड़ा है जो धान कि ग्रोथ रोक देता है टाइम रहते इस पर नियंत्रण करना जरूरी है। जो भी किसान भाई अभी धान के खेत में लगे केचुए (गेंगरुवा) की तरह दिखने वाले लाल कीड़े से परेशान है वो अपने खेत में से 80% पानी को खाली करके Chloropyriphos 70% को 250 ML प्रति एकड़ की दर से रेट या यूरिया में मिला कर पूरे खेत अच्छे से छिड़काव करें, और एक बात दवाई अच्छे तथा नामी कंपनी का ही खरीदें मार्केट में सैकड़ों कंपनी है जो टेक्निकल नेम लगा कर हल्की दवाई सप्लाई कर रहें हैं, ये कुछ दवाई है जो लाल कीड़े पर अपना असरदार प्रभाव डालते हैं। 1, Chloropyriphos 70% EC 2, Polytrin C 44 EC 3, Imidacloprid 70% WG 4, hydrochloride 7.5% w/w + Emamectin benzoate 0.25% w/w GR. 5, Clothianidin 50% Wdg 6, Fenpropathrin 10% EC इन दवाइ

किसान गोष्ठी :- ग्राम परतेवा में कृषि विभाग द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई ।

किसान गोष्ठी :- ग्राम परतेवा में कृषि विभाग द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी गई। कृषि विभाग की महत्वाकांक्षी योजना मृदा स्वास्थ्य कार्ड अंतर्गत ग्राम परतेवा विकासखंड फिंगेश्वर जिला गरियाबंद में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मिट्टी परीक्षण की महत्ता को अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी कृषकों को दिया गया तथा आगामी खरीफ सीजन धान के फसल हेतु बीज उपचार जैविक उर्वरक एवं जैविक कीटनाशक वर्मी कंपोस्ट फसल प्रबंधन आदि की जानकारी दी, एवं अधिक से अधिक मिट्टी का परीक्षण कराकर अनुसंशित मात्रा में उर्वरक प्रयोग करने के लिए कृषकों को आग्रह किया। श्री बी आर साहू वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने कृषकों को बताया कि फसलों में अधिकांश रोग का संक्रमण मुख्य रूप से बीज  एवं मिट्टी के द्वारा होता है।  बहुत छोटे-छोटे रोगाणु बीज की सतह पर या इसके भीतर स्थिर रहते है। इस प्रकार के दूषित  बीजों की बोबाई के बाद बीज पर चिपके हुए रोगाणु मिट्टी में अनुकूल वातावरण पाते ही काफी तेजी से वृद्धि कर मिट्टी में बहुत पतला सफेद धागा जैसा रोग के जाल का निर्माण करते हैं।  बीज ज्योंही अंकुरित होना प

किसान_गोष्ठी :- ग्राम सिर्रीकला मे उपसंचालक कृषि गरियाबंद, श्री चंदन राय द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी।

 किसान गोष्ठी :- ग्राम सिर्रीकला मे उप संचालक कृषि गरियाबंद, श्री चंदन राय द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड व शासकीय योजनाओं की जानकारी दी। कृषि विभाग की महत्वाकांक्षी योजना मृदा स्वास्थ्य कार्ड अंतर्गत ग्राम सिर्रीकला विकासखंड फिंगेश्वर जिला गरियाबंद में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मिट्टी परीक्षण की महत्ता को अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी कृषकों को दिया गया तथा आगामी खरीफ सीजन धान के फसल हेतु बीज उपचार जैविक उर्वरक एवं जैविक कीटनाशक वर्मी कंपोस्ट फसल प्रबंधन आदि की जानकारी दी। श्री रॉय सर ने कृषकों को बताया कि फसलों में अधिकांश रोग का संक्रमण मुख्य रूप से बीज  एवं मिट्टी के द्वारा होता है।  बहुत छोटे-छोटे रोगाणु बीज की सतह पर या इसके भीतर स्थिर रहते है। इस प्रकार के दूषित  बीजों की बोबाई के बाद बीज पर चिपके हुए रोगाणु मिट्टी में अनुकूल वातावरण पाते ही काफी तेजी से वृद्धि कर मिट्टी में बहुत पतला सफेद धागा जैसा रोग के जाल का निर्माण करते हैं। बीज ज्योंही अंकुरित होना प्रारंभ करता है रोगाणु के सफेद जाल इसके अंदर प्रवेश कर पौधे को छोटी अवस्था में ही सुखा देते हैं। फिर जब पौधा ब

खरीफ 2025 बीज दर

PM -KISAN-जाने आखिर कब आएगी किसानों के खाते मे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त।

  PM -KISAN-जाने आखिर कब आएगी किसानों के खाते मे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त।    घर बैठे चेक कर लें लिस्ट में अपना नाम केंद्र सरकार द्वारा जरूरतमंद किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Yojana) के तहत आर्थिक मदद प्रदान की जाती है. इस योजना के तहत हर लाभार्थी को 6 हजार रुपए की धनराशि दी जाती है. बता दें कि अभी तक केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खाते में कुल 15 किस्तें सीधे खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. अब किसानों को पीएम किसान योजना की आठवीं किस्त (PM Kisan Yojana 16th installment) का इंतजार है.   3 किस्तों में मिलता है पैसा पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की राशि किसानों को 3 किस्तों में भेजी जाती है. हर किस्त में 2-2 हजार रुपए दिए जाते हैं. इस योजना के तहत अप्रैल-जुलाई के बीच पहली किस्त भेजी जाती है, तो वहीं अगस्त से नवंबर महीने के बीच दूसरी और दिसंबर से मार्च के बीच तीसरी किस्त भेजी जाती है. लाभार्थी घर बैठे चेक करें लिस्ट में अपना नाम सबसे पहले पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट  https://pmkisan.gov.in/  पर जाएं। ●यहां अब राइट सा

PM -KISAN-जाने आखिर कब आएगी किसानों के खाते मे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त।

PM -KISAN-जाने आखिर कब आएगी किसानों के खाते मे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त।    घर बैठे चेक कर लें लिस्ट में अपना नाम केंद्र सरकार द्वारा जरूरतमंद किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Yojana) के तहत आर्थिक मदद प्रदान की जाती है. इस योजना के तहत हर लाभार्थी को 6 हजार रुपए की धनराशि दी जाती है. बता दें कि अभी तक केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खाते में कुल 15 किस्तें सीधे खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. अब किसानों को पीएम किसान योजना की आठवीं किस्त (PM Kisan Yojana 16th installment) का इंतजार है.   3 किस्तों में मिलता है पैसा पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की राशि किसानों को 3 किस्तों में भेजी जाती है. हर किस्त में 2-2 हजार रुपए दिए जाते हैं. इस योजना के तहत अप्रैल-जुलाई के बीच पहली किस्त भेजी जाती है, तो वहीं अगस्त से नवंबर महीने के बीच दूसरी और दिसंबर से मार्च के बीच तीसरी किस्त भेजी जाती है. लाभार्थी घर बैठे चेक करें लिस्ट में अपना नाम सबसे पहले पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट  https://pmkisan.gov.in/  पर जाएं। ●यहां अब राइट साइड

पपीते की खेती

अगर आप भी घर में बागवानी करने के शौखिन है तो घर में जमीन पर या गमले में फलों की खेती कर सकते हैं। वास्तु की माने तो फलदार पेड़ बहुत शुभ होते हैं और घर के आसपास फलदार पेड़ों को लगाने से संतान की प्राप्ति होती है। इसलिए घर के आसपास आंवला, अमरूद, अनार, पपीता आदि फलदार पेड़ों को लगाना चाहिए। आज के पोस्ट में हम जानेंगे घर मे पपीते की खेती कैसे करे। पपीते में फाइबर और पानी की मात्रा प्रचुर होती है। पपीते के घरेलू फल का स्वाद बाजार से खरीदे गए फल की तुलना में अधिक मीठा होता है। पपीता उगाने के लिए आप बाजार से पपीता खरीद कर भी बीज तैयार कर सकते है। शुरूआत में आप पपीता के बीज से पौधे को उगाने के लिए 8 से 10 इंच के पॉट या गमले का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन बाद में पपीते के पौधे को 18 से 30 इंच के गमले या ग्रो बैग में लगाये। इससे पौधे की वृद्धि बहुत अच्छी तरह से होती है और उसमें स्वस्थ फूल एवं फल लगते हैं। पपीते की किस्म और खासियत◆● ★ पूसा नन्हा: यह पपीता की एक अत्यन्त बौनी किस्म है, जिसमें 15 से 20 सेंटीमीटर ज़मीन की सतह से ऊपर फल लगना प्रारम्भ हो जाते हैं। इसका पौधा गमले में लगाया जा सकता है। यह